60 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम रॉकेट पिनाक-2 का गुरुवार को सफल परीक्षण किया गया। इस उपलब्धि के लिए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने वैज्ञानिकों को बधाई दी है। यह 44 सेकंड में बारह रॉकेट दागने में सक्षम है।
'वाईब्रेंट गुजरात' सम्मेलन के समापन अवसर पर गांधीनगर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, 'पिनाक 900 वर्गमीटर क्षेत्र को ध्वस्त करने में सक्षम है। इसके मिलने से सशस्त्र सेनाओं की मारक क्षमता में काफी बढ़ोतरी होगी।'
रक्षा मंत्रालय के अनुसार उड़ीसा के चांदीपुर में हुआ परीक्षण सफल रहा। रक्षा मंत्रालय ने कहा, 'ट्रायल के दौरान मिशन की सारे उद्देश्य पूरे हुए। पूरे उड़ान पथ के दौरान चांदीपुर में सभी रेडार, इलेक्ट्रो ऑप्टिकल और टेलीमेंट्री सिस्टम पर सही से नजर रखी गई।'
परीक्षण के दौरान रक्षा मंत्रालय के वैज्ञानिक सलाहकार और डीजी डॉ. जी सतीश रेड्डी इस मिशन के दौरान मौजूद रहे। DRDO चेयरमैन डॉ. एस. क्रिस्टोफर ने मिशन के सफल होने पर पूरी टीम को बधाई दी।
पिनाक मार्क-वन रॉकेट को नैविगेशन, गाइडेंस और कंट्रोल किट से जोड़कर गाइडेड पिनाक में बदल दिया गया है और इसे मार्क-2 कहा गया है।
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पिनाक-2 को मल्टिबैरल रॉकेट लॉन्चर से छोड़ा गया। पिनाक-2 से खास तौर से दुश्मन के बंकरों को निशाना बनाने में मदद मिलेगी। करगिल युद्ध के दौरान पिनाक मार्क-1 की काफी मदद ली गई थी।
HIGHLIGHTS
- रॉकेट पिनाक-2 का उड़ीसा के चांदीपुर सफल परीक्षण
- 50 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम, 900 वर्गमीटर क्षेत्र को कर सकता है ध्वस्त
- रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने वैज्ञानिकों को दी बधाई
Source : News Nation Bureau