गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले अहम चेहरा बने पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की मुश्किलें बढ़ सकती है। गुजरात के विसनगर के सेशन कोर्ट ने हार्दिक, उसके करीबी लालजी पटेल समेत 7 लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।
सभी पर बीजेपी विधायक ऋषिकेश पटेल के दफ्तर में हुई तोड़फोड़ के मामले में लगातार तीन सुनवाई के दौरान पेश नहीं होने का आरोप है।
पाटीदार आंदोलन के दौरान 23 जुलाई 2015 को विसनगर में हिंसक प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारियों ने वाहनों में आग लगा दी थी और और भारतीय जनता पार्टी के विधायक ऋषिकेश पटेल के कार्यालय में तोड़फोड़ की थी।
हाल ही में गुजरात सरकार ने हार्दिक के खिलाफ तिरंगे के अपमान करने का केस वापस ले लिया था। हार्दिक पर करीब दो साल पहले तिरंगे के अपमान का केस दर्ज हुआ था।
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पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के नेता हार्दिक पटेल गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का खुला विरोध कर रहे हैं। पटेल आने वाले दिनों में कांग्रेस का साथ दे सकते हैं।
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Source : News Nation Bureau