हार्दिक पटेल के करीबी नेता और पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के संयोजक दिनेश बामनिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
बामनिया का इस्तीफा हार्दिक पटेल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
हाल ही में कांग्रेस के साथ हुए चुनावी करार के दौरान टिकट बंटवारे को लेकर बामनिया ने हार्दिक पटेल की रणनीति पर सवाल उठाए थे और कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था।
इस विरोध के बाद से ही हार्दिक पटेल और बामनिया के बीच संबंधों में खटास आ गई थी।
बामनिया का आरोप है कि कांग्रेस ने पाटीदारों को ओबीसी कोटे में शामिल करने के वादे को घोषणा पत्र में शामिल नहीं किया। इसके साथ ही उन्होंने सीडी कांड को लेकर हार्दिक पर भी सवाल उठाए।
पिछले कुछ दिनों से हार्दिक पटेल का साथ छोड़ने वाले नेताओं की फेहरिस्त लगातार लंबी होती जा रही है। बामनिया से पहले हार्दिक पटेल के करीबी केतन पटेल, चिराग पटेल, वरुण पटेल और रेशमा पटेल, हार्दिक का साथ छोड़ चुके हैं।
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गौरतलब है कि पटेल आंदोलन के दौरान हुई हिंसा को लेकर हार्दिक पटेल के साथ ही दिनेश बामनिया के खिलाफ भी देशद्रोह का केस चल रहा है। बामनिया हार्दिक पटेल के कोर कमेटी के सदस्य रहे हैं।
हार्दिक पटेल ने उन्हें कांग्रेस के साथ बातचीत करने और टिकटों के बंटवारे पर फैसला लेने के लिये पूरी छूट दे रखी थी। बामनिया के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
बामनिया के गुजरात विधानसभा के पहले चरण के चुनाव से ठीक पहले इस्तीफा दिया है। गुजरात की 182 विधानसभा सीटों के लिए 9 और 14 दिसंबर को दो चरणों में चुनाव होने हैं।
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HIGHLIGHTS
- हार्दिक पटेल के करीबी नेता और PAAS के संयोजक दिनेश बामनिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है
- बामनिया का इस्तीफा हार्दिक पटेल के लिए झटका माना जा रहा है
Source : News Nation Bureau