नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने बीजेपी और आरएसएस को सलाह दी है कि गुजरात चुनाव के दौरान लोगों की भावनाओं के भड़काने की कोशिश न करें।
उन्होंने कहा कि धार्मिक आधार पर देश को बांटने की कोशिश देश की देश हित में नहीं है और इससे बचना चाहिये। उन्होंने गुजरात चुनाव में माहौल को सांप्रदायिक रंग देने पर चिंता जताई और कहा 'भारतीय राजनीति में इसकी शुरुआत दुखद है'।
एक बयान में उन्होंने कहा बीजेपी और आरएसएस को सलाह देते हुए कहा, खासकर चुनाव के समय में 'जनता की भावनाएं और जुनून भड़काने' से बाज़ आना चाहिये।
उन्होंने कहा कि देश को धार्मिक आधार पर विभाजित करने की कोशिश देशहित में नहीं है और ऐसी किसी भी प्रवृत्ति को रोका जाना चाहिये।
उन्होंने हमला करते हुए कहा कि देश में मंदिर-मस्जिद के मसले को भड़का कर अपना राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश की जा रही है।
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उन्होंने कहा, 'भारत किसी एक धर्म का देश नहीं है, बल्कि ये कई रंगों के फूलों का एक गुलदस्ता है। सभी मतों के लोगों को धर्म निरपेक्ष भारत में समान अधिकार मिले हुए हैं।'
उन्होंने कहा कि मौजूदा माहौल काफी खराब हो चुका है और नेशनल कांफ्रेंस के सामने ये चुनौती है कि वो धर्मनिरपेक्षता के झंडे को ऊंचा रखे।
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Source : News Nation Bureau