गुजरात में राज्य सभा चुनाव के आखिरी दौर में जारी उठापटक के बीच कांग्रेस के लिए बुरी खबर है। राष्ट्रवादी कांग्रसे पार्टी (एनसीपी) इस चुनाव में बीजेपी का साथ देगी। एनसीपी के एक विधायक कांधल जडेजा ने कहा है कि पार्टी ने इस चुनाव में बीजेपी के हक में वोट देने को कहा है।
जडेजा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, 'हमारी पार्टी ने राज्य सभा चुनाव में बीजेपी का समर्थन करने को कहा है।'
हालांकि, इससे कुछ देर पहले कांग्रेस उम्मीदरवार अहमद पटेल ने दावा किया था कि एनसीपी ने उन्हें अपना समर्थन दिया है।
वाघेला ने नहीं खोले हैं पत्ते
इस बीच कांग्रेस से नाराज होकर पार्टी छोड़ चुके वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। वाघेला ने कहा कि वह कांग्रेस विधायकों के संपर्क में नहीं हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि वह अपना वोट किसे देंगे, इसके लिए लोगों को एक दिन का और इंतजार करना चाहिए।
वाघेला ने कहा कि कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने सोमवार को उन्हें फोन किया और मंगलवार को उनसे फिर बात होगी। पटेल राज्य से तीसरी राज्यसभा सीट के लिए कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।
वाघेला कांग्रेस से इस्तीफा देने से पूर्व गुजरात विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष थे। उन्होंने कहा कि वह पिछले चार दशकों से पटेल को जानते हैं और उनका रिश्ता राजनीतिक संबद्धताओं से ऊपर है।
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें भाजपा ने राज्यपाल पद की पेशकश की है, जैसा कि कयास लगाया जा रहा है? वाघेला ने कहा कि उनके और भारतीय जनता पार्टी के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है।
क्या पांचवीं बार राज्य सभा पहुंचेंगे अहमद पटेल?
जीत का दावा अहमद पटेल जरूर कर रहे हैं। अहमद पटेल ने कहा कि उन्हें उनके सभी विधायकों पर पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को होने वाले राज्यसभा चुनाव में वे निश्चित तौर पर जीत दर्ज करेंगे।
उन्होंने गुजरात में सत्ताधारी बीजेपी पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'बीजेपी की साजिशों के बावजूद मैं कल जीतने वाला हूं और यह सबको चौंका देगा। पटेल ने कहा कि राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने भी उन्हें समर्थन देने की घोषणा की है।'
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पटेल ने कहा कि हम गुजरात के सभी विधायकों के साथ व्यक्तिगत रूप से मीटिंग करेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी का सिर्फ कांग्रेस मुक्त भारत मैसेज नहीं है, वो एससी- एसटी आरक्षण को खत्म करना चाहते हैं। वो अल्पसंख्यक मुक्त लोकसभा और राज्यसभा भी चाहते हैं।
कांग्रेस को तोड़फोड़ से बचाने की कोशिश
राज्यसभा चुनाव से एक दिन पहले सोमवार को भाजपा के तोड़फोड़ से बचाने के लिए गुजरात से बेंगलुरू भेजे गए कांग्रेस के 44 विधायक गुजरात लौट आए। इन विधायकों को आणंद के पास स्थित निजानंद रेसॉर्ट में रखा गया है। ये सभी मंगलवार को मतदान में हिस्सा लेने सीधे गांधीनगर पहुंचेंगे।
182 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 57 विधायक थे, जिनमें से छह ने 26 जुलाई को पार्टी से इस्तीफा दे दिया और उनमें से तीन 28 जुलाई को भाजपा में शामिल हो गए।
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बीजेपी के तीन उम्मीदवार
गुजरात से तीन राज्यसभा सीटों पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी खड़े हैं। बीजेपी ने तीसरी सीट के लिए कांग्रेस छोड़कर आए बलवंत सिंह राजपूत को खड़ा किया है।
गुजरात में राजनीतिक उठापटक
गुजरात में 1995 में पहली बार भाजपा की सरकार आने के बाद राजनीतिक उठापटक की यह पहली घटना है। गुजरात की सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है। गुजरात में यह राजनीतिक अस्थिरता कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला के नेता प्रतिपक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद शुरू हुआ।
वाघेला ने सोमवार को कहा है कि वह कांग्रेस विधायकों के संपर्क में नहीं हैं, हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि पटेल के साथ उनके संबंध 'सौहार्दपूर्ण' हैं।
(IANS इनपुट भी)
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HIGHLIGHTS
- गुजरात में राज्य सभा के लिए चुनाव मंगलवार को, अहमद पटेल कर रहे हैं जीत का दावा
- एनसीपी ने कांग्रेस को दिया बड़ा झटका, बीजेपी को समर्थन का ऐलान
- बीजेपी से अमित शाह, स्मृति और बलवंत सिंह राजपूत मैदान में
Source : News Nation Bureau