गुजरात राज्यसभा चुनाव को लेकर मंगलवार देर रात गांधीनगर से नई दिल्ली तक राजनीतिक ड्रामा चलता रहा। इस ड्रामे में आखिर कांग्रेस हीरो रही। नई दिल्ली में चुनाव आयोग से खुशखबरी मिली तो गांधीनगर में राज्यसभा चुनाव के नतीजों ने बड़े दिनों बाद कांग्रेस को जश्न मनाने का मौका दिया।
हालांकि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) चुनाव आयोग के फैसले से नाराज है। पार्टी ने इसके खिलाफ कोर्ट जाने का फैसला किया है। दरअसल, राज्यसभा चुनाव के लिए वोटिंग के समय कांग्रेस के दो बागी विधायकों राघवजी पटेल और भोला पटेल ने बीजेपी नेताओं को अपनी पर्ची (वोट) दिखाई थी। दोनों विधायकों ने बीजेपी के पक्ष में वोट किया था।
जिसके खिलाफ कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। चुनाव आयोग ने अपने पूर्व फैसले को देखते हुए कांग्रेस के दो बागी विधायकों के वोटों को रद्द कर दिया। जिसका फायदा अहमद पटेल को मिला और उन्होंने 44 वोटों के साथ जीत दर्ज की। दो वोट रद्द होने से पहले उन्हें 45 वोटों की जरूरत थी।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने कहा, 'चुनाव आयोग के फैसले से सहमत नहीं हैं। आने वाले दिनों में हम कानूनी लड़ाई लड़ेंगे और हमें न्याय मिलेगा।'
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गुजरात में इसी साल के अंत में विधानसभा चुनाव होंगे। इससे ठीक पहले हुए राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को झटका लगा है। बीजेपी को उम्मीद थी कि राज्य के तीनों राज्यसभा सीटों पर वह जीत दर्ज करेगी। लेकिन वह दो सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी। गुजरात से अमित शाह और स्मृति ईरानी ने राज्यसभा चुनाव जीता है।
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Source : News Nation Bureau