आम आदमी पार्टी ने बीजेपी सरकार पर स्कूली छात्र की हत्या के मामले में रायन स्कूल मैनेजमेंट को बचाने का आरोप लगाया है। गुरुवार को पार्टी प्रवक्ता आशुतोष ने कहा कि गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में जिस तरह से एक सात साल के मासूम बच्चे की दर्दनाक तरीक़े से हत्या हुई है उसमें स्कूल प्रशासन की लापरवाही सीधे तौर पर दिख रही है। लेकिन सवाल ये है कि हरियाणा सरकार रेयान स्कूल के मालिकों के ख़िलाफ़ नरमी क्यों बरत रही है?
पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता आशुतोष ने प्रेस कॉफ्रेंस में कहा, 'रेयान स्कूल में एक 7 साल के बच्चे की दर्दनाक हत्या के बाद जहां देश के तमाम अभिभावक पीड़ा में हैं तो वहीं दूसरी तरफ़ रेयान स्कूल की मालिक ग्रेस पिंटो को भाजपा सरकार बचाने का काम कर रही है। ग्रेस पिंटो दरअसल केंद्र की सरकार में बैठी भारतीय जनता पार्टी सदस्य हैं और सुनने में तो यहां तक आया है कि उन्होंने अपने स्कूल में बीजेपी की सदस्यता का अभियान भी चलाया था और बच्चों तक को बीजेपी में शामिल होने के लिए कहा गया था। भाजपा के आशीर्वाद से ही इस वक्त ग्रेस पिंटो भारत सरकार के उपक्रम भारतीय कपास निगम लिमिटेड में डायरेक्टर के पद पर विराजमान हैं, 2 फरवरी 2017 को ग्रेस पिंटो को भारतीय कपास निगम लिमिटेड में बनाया गया।'
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राष्ट्रीय प्रवक्ता आशुतोष ने कहा, 'एक भारतीय मीडिया हाउस ने 11 सितम्बर 2017 को एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें ग्रेस पिंटो और उनके पति को स्टॉक मार्केट की मैनुपुलेशन में सेबी की रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी बताया गया था। भारतीय जनता पार्टी ऐसे लोगों को ना केवल अपने संगठन में रखती है बल्कि सरकार के उपक्रम में निदेशक भी बनाती है और फिर उनके स्कूल में एक मासूम की हत्या हो जाने के बाद भी उन्हें बचाने का काम भी कर रही है।'
आप प्रवक्ता ने आगे कहा, 'जब पूर्व में दिल्ली स्थित वसंत कुंज के रेयान स्कूल में भी जब एक छात्र की टैंक में डूबने से मौत हुई थी तब भी हमने कहा था कि इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए लेकिन बीजेपी सरकार ने जांच कराने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई थी दरअसल बीजेपी हक़ीक़त यह है कि तब भी रेयान स्कूल और उनके मालिकों को बीजेपी ने बचाया था और अब भी बीजेपी ही बचा रही है।'
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बता दें कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल के एक माली ने बुधवार को आरोप लगाते हुए कहा कि उसने सात वर्षीय प्रद्युम्न को खून से सना देखा था और शिक्षकों को आरोपी बस कंडक्टर की मदद से छात्र को अस्पताल ले जाने के लिए वाहन तक ले जाते हुए देखा था। रेयान इंटरनेशनल स्कूल के एक माली हरपाल (25) ने बताया कि उसने कक्षा दो के छात्र प्रद्युम्न को बाथरूम के मुख्य द्वार से सटे कोरिडॉर के पास खून से सना देखा था।
स्कूल के माली ने बताया, " मैं वहां वाटर कूलर से पानी लेने गया था। कुछ बच्चे चिल्ला रहे थे, 'मंजू मैम को बुलाओ' उसी समय मैंने बस कंडक्टर को मुख्य गेट की तरफ से आते देखा। उसकी कमीज में खून के दाग नहीं थे।"
उसने बताया, "कुछ देर बाद, वहां मंजू मैडम आयी और बच्चे को अस्पताल ले जाने के लिए बस कंडक्टर को बुलाने लगी। कुमार प्रद्युम्न को वाहन तक ले गया। ये सब देखने के बाद मैं अपना काम करने के लिए लौट गया।"
अंजु जुनेजा कक्षा 2 की सेक्शन इंचार्ज हैं, जिसमें प्रद्युम्न पढ़ता था।
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हरपाल के मुताबिक वह स्कूल में महीनों से काम करता है लेकिन स्कूल ने अभी तक उसे पहचान पत्र नहीं दिया है।
घटना के समय स्कूल परिसर में मौजूद एक छात्र के पिता सुभाष गर्ग ने कहा कि वह छात्रों और कर्मचारियों के चिल्लाने के बाद घटनास्थल तक गए और उन्होंने बस कंडक्टर कुमार को बच्चे को वाहन तक ले जाते हुए देखा।
गर्ग और कुछ अभिभावक जो घटनास्थल पर मौजूद थे, उन्होंने अंजु जुनेजा और कार्यवाहक प्रधानाध्यापिका नीरजा बत्रा के बीच बहस होते हुए देखा जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।
घटना के समय स्कूल में मौजूद अभिभावकों ने भी पुलिस के आने से पहले जल्दबाजी में घटनास्थल से खून हटाए जाने पर प्रश्न उठाया है।
प्रद्युम्न की गत आठ सितंबर को रेयान इंटरनेशनल स्कूल के बाथरूम में गला काटकर हत्या कर दी गई थी।
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Source : News Nation Bureau