Gyanvapi Masjid Case : देवबंद में ज्ञानवापी मस्जिद मामले को लेकर जमीयत-उलमा-ए-हिंद की विशाल सभा में कई इस्लामिक विद्वानों ने शिरकत की. इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए जमीयत के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी भावुक हो गए. मदनी ने कहा कि ब मुसलमानों का चलना मुश्किल हो गया है. हमारे देश में ही हमें अजनबी बना दिया गया है, लेकिन वे लोग जो एक्शन प्लान तैयार कर रहे हैं, उस पर हमें नहीं चलना है. आग को हम आग से नहीं बुझा सकते हैं. नफरत को प्यार से हराना होगा. इस पर मौलाना मदनी के बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने पटलवार किया है. राज्यसभा सदस्य राकेश सिन्हा ने कहा कि देवबंद में भड़काऊ भाईजान का सम्मलेन हुआ है. लोगों को जमीयत भड़का रही है. भड़काऊ भाईजान बनने की होड़ है.
सभा में मौलाना मदनी ने कहा कि हम आज यहां ऐसे मुश्किल हालात में मौजूद हैं, लेकिन ये सिर्फ हमारा जिगर जानता है कि हमारी क्या मुश्किलें हैं? मुश्किल को झेलने के लिए ताकत और हौसला चाहिए. जिस तरह की चीजें हो रही हैं उसके लिए मुसलमानों को जेल भरने के लिए तैयार रहना होगा. जमीयत-उलमा-ए-हिंद का फैसला है कि हम जुल्म को सह लेंगे, लेकिन अपने देश पर आंच नहीं आने देंगे.
उन्होंने कहा कि ये फैसला कमजोरी की वजह से नहीं, बल्कि जमीयत-उलमा की ताकत की वजह है. हमें कुरान ने ये ताकत दी है. हम हर चीज से समझौता कर सकते हैं, लेकिन अपने ईमान से किसी भी हाल में समझौता नहीं कर सकते हैं. हमें उस रास्ते पर हमारा ईमान ले जाता है कि हमें मायूस नहीं होना है.
मौलाना मदनी ने मीडिया से कहा कि मुल्क के हालात और सरकारों की खामोशी अफसोसनाक है. इस देश के चिंता करने वाले लोग जो हैं, इसे उन्हें संभालना होगा. ये जो मुल्क में बांटने वाला माहौल है उसे समाप्त करना होगा. अगर जरूरत पड़ी तो जेल भरो आंदोलन हम करेंगे. इसे लेकर अभी चर्चा चल रही है और एक प्रस्ताव तैयार किया जाएगा. यह प्रस्ताव रविवार तक बना लिया जाएगा.
Source : News Nation Bureau