Gyanvapi Masjid Case : जमीयत उलेमा-ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने न्यूज नेशन से खास बातचीत में कहा कि देश जो है वह लोगों से बनता है, आदमी से भी बनता है, लेकिन जमीन नहीं बनाती थी. देश आदमी बनाते हैं. आदमी बंट रहा है, उसे बांटा जा रहा है और जो बांटने की नफरत को रोकने वाले लोग हैं वह खामोश बैठे हैं, अपने फर्ज को अदा नहीं कर रहे हैं. अगर फर्ज को अदा नहीं किया जाएगा तो फिर हम क्या कहेंगे.
जब मौलाना मदनी से यह सवाल किया गया कि आप भरो जेल भरो आंदोलन करने की बात कह रहे हैं तो उन्होंने जवाब दिया है कि जेल भरने की सिर्फ बात नहीं है, कुर्बानी की बात नहीं है. यह भी एक कुर्बानी है. आदमी बर्दाश्त और सब्र करते हैं तो लोग उसको कमजोरी समझते हैं. अपना बखान करते हैं जो हो गया वह हो गया मैं उस ताकत को समझाना चाहता हूं. दिल्ली कूच के सवाल पर मदनी ने कहा कि यह जमीयत फैसला करेगी कि क्या करना है.
आपको बता दें कि देवबंद में ज्ञानवापी मस्जिद मामले को लेकर जमीयत-उलमा-ए-हिंद की विशाल सभा में मदनी भावुक हो गए. मदनी ने कहा कि अब मुसलमानों का चलना मुश्किल हो गया है. हमारे देश में ही हमें अजनबी बना दिया गया है, लेकिन वे लोग जो एक्शन प्लान तैयार कर रहे हैं, उस पर हमें नहीं चलना है. आग को हम आग से नहीं बुझा सकते हैं. नफरत को प्यार से हराना होगा.
Source : News Nation Bureau