पाकिस्तान में हाफिज सईद की नजरबंदी को लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और उससे जुड़े आतंकी संगठनों पर कड़ी कार्रवाई के बाद ही तय हो पाएगा कि पाकिस्तान इस मामले को लेकर कितना गंभीर है।
पाकिस्तान में हाफिज सईद पर नजरबंदी के बाद अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, 'सीमापार आतंकवाद में शामिल आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई से ही पता चल पाएगा कि पाकिस्तान आतंकियों और आतंकी घटना को लेकर कितना गंभीर है।'
स्वरूप ने कहा, 'भारत ने यूएनएससी के नियम 1267 के तहत तमाम आतंकी संगठनों, उनकी संपत्तियों और उससे जुड़े आतंकियों पर सख्ती करने की मांग की है।'
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हाफिज की नजरबंदी को लेकर स्वरूप ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई हम पहले भी देख चुके हैं। बता दें कि हाफिज सईद को नजरबंद करने की घटना पहली बार नहीं हुई है।
इससे पहले भी समय समय पर हाफिज सईद को नरजरबंद किया जा चुका है। इससे पहले 13 दिसंबर 2001 को भारतीय संसद पर हमले के आरोप में सईद को पाकिस्तान सरकार ने हिरासत में लिया था।
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हमले के आरोप में हाफिज को 2002 में रिहा कर दिया गया था। जिसके बाद उसे फिर 31 अक्टूबर 2002 को पाकिस्तान ने नजरबंद कर दिया था।
HIGHLIGHTS
- हाफिज की नजरबंदी को लेकर स्वरूप ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई हम पहले भी देख चुके हैं
- स्वरूप ने कहा हाफिज पर कार्रवाई के बाद ही तय हो पाएगा कि पाकिस्तान कितना गंभीर है
Source : News Nation Bureau