न्यूज नेशन के कार्यक्रम Hamari sansad sammelan में कई पार्टी के नेताओं ने भाग लिया. तीसरा सेशन का नाम था संसद में वारिस. जिसमें पूर्व सांसद हुकुम नारायण यादव के बेटा अशोक यादव, प्रवेश सिंह वर्मा का बेटा प्रवेश वर्मा ने भाग लिया.
प्रवेश वर्मा ने पहली बार मंगोलपुरी में दिया था भाषण
परिवार से राजनीति शुरू करने वाले प्रवेश वर्मा ने सबसे पहले मंगोलपुरी में अपने पिता के लिए भाषण दिया था. यहीं से उसकी राजनीति कैरिअर की शुरुआत होती है. इस काम के लिए उसके पिता ने उसे धन्यवाद कहा था.
पिता और ससुर के लिए लक्की थे
पिता और ससुर दोनों को भी अटल जी ने कैबिनेट मंत्री बना दिया. इसपर प्रवेश वर्मा ने कहा कि पिता जी और ससुर जी का मंत्री बनना शादी से कोई लेना देना नहीं है. ये सच है कि मेरी शादी के बाद पिता और ससुर मंत्री बने.
हिंदू-मुस्लिम की राजनीति
जब भी दिल्ली में चुनाव आता है. दिल्ली के पार्क में मस्जिद बने है. मेरा किसी भी धर्म से कोई लेना देना नहीं है. जो काम पहले दिल्ली में केजरीवाल करते थे वो काम अब केजरीवाल कर रहे हैं. मस्जिदें और गुरुद्वारें भी अवैध हैं, लेकिन मस्जिदें पर ही कार्रवाई क्यों की जा रही है. प्रवेश वर्मा ने कहा कि मेरी नॉलेज में वो लिस्ट नहीं है. मैं उस पर भी कार्रवाई करूंगा.
समाजवादी और वंशवाद
हुकुम देव नारायण यादव के पुत्र अशोक यादव ने कहा कि मेरे पिता जी नहीं चाहते थे कि मैं राजनीति करूं. लेकिन मैंने कहा मुझे राजनीति ही करनी है. मैं वंशवाद से हूं. लेकिन मेरे परिवार को यह पसंद नहीं कि मैं राजनीति करूं.
जहां बीजेपी कभी जीती नहीं, वहां मैंने जीत दर्ज की
मेरे साथ पिताजी के साथ मोदी जी का हाथ था. पिछले 5 साल का काम था. इससे मैंने जीत दर्ज की. पार्टी ने जहां से कभी जीत दर्ज नहीं की वहां से मैंने जीत दर्ज की. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के गठबंधन की बात चल रही थी. अगर गठबंधन हो जाता तो इससे साबित होता कि ये लोग किस तरह से नीचे गिर सकते हैं.
Source : News Nation Bureau