हमारी संसद सम्मेलन में बीजेपी के सांसद तेजस्वी सूर्या ने दो टूक कहा है कि राम मंदिर अयोध्या में ही बनेगा और बीजेपी ही उसे बनवाएगी. मसला था कि मंदिर के नाम पर बीजेपी की राजनीति कब तक चलेगी. खासकर जब पीएम नरेंद्र मोदी सरकार ने पहली बार सरकार विकास के मुद्दे पर ही बनवाई थी. उनका कहना था कि भारतीय संस्कृति से जुड़े प्रतीकों को सहेजने संभालने में किसी को कोई भी समस्या नहीं होनी चाहिए.
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पुरानी सरकारों ने तो रामसेतु के अस्तित्व को नकारा
न्यूज नेशन के 'हमारी संसद सम्मेलन' में 'पहली-पहली बार' सत्र में पहली बार लोकसभा पहुंचे चेहरे अपने-अपने एजेंडे पर चर्चा कर रहे थे. इस दौरान उपस्थित दर्शकों ने राम मंदिर पर प्रश्न पूछ लिया. इस पर तेजस्वी सूर्या ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार भारतीय संस्कृति और इतिहास को लेकर खासी सजग है. उन्होंने बगैर कांग्रेस का नाम लिए कहा पहले की सरकारों ने रामसेतु के अस्तित्व को ही मानने से इंकार कर दिया था. न सिर्फ इंकार किया था, बल्कि अदालत में इस बारे में हलफनामा भी दे दिया था.
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कानूनी राय मशविरा कर रही सरकार
उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार इस बारे में कानूनी राय मशविरा कर रही हैं. वैसे भी राम मंदिर का मसाल सर्वोच्च न्यायालय में है. ऐसे में केंद्र व राज्य कानूनी अड़चनों को दूर करने के लिए एटॉर्नी जनरल व हलफनामों का सहारा लिया जा रहा है. बीजेपी ही अयोध्या में भव्य राम मंदिर बनवाएगी. इसी मसले पर रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि यदि आपसी सहमति से बात नहीं बनेगी या सुप्रीम कोर्ट का निर्णय हमारे पक्ष में नहीं जाता है तो हम अन्य कानूनी विकल्पों का सहारा लेंगे.
HIGHLIGHTS
- बीजेपी ही भारतीय संस्कृति और इतिहास के प्रति गंभीर.
- कांग्रेस सरकार ने तो रामसेतु को ही मानने से इंकार किया.
- केंद्र और राज्य सरकार कानूनी अड़चने दूर करने के लिए कर रही काम.