सरकार अब साफ-सफाई से जुड़ी चीजें जैसे सैनिटरी नैपकिन, हैंडवाश, कीटाणुनाशक और वयस्क डायपर की कीमतों को नयंत्रण में लाने की तैयारी कर रही है. दरअसल केंद्र की तरफ से एक लिस्ट तैयार की जा रही है जिसमें उन सभी रोजमर्रा की चीजों को शामिल किया जाएगा जो लोगों के लिए जरूरी है. इनमें दवाइओं से लेकर मेडिकल डिवाइस भी शामिल होंगी. इन सभी चीजों की लिस्ट तैयार कर इनकी कीमतों को नियंत्रण में लाया जाएगा
फिलहाल इस लिस्ट में केवल क्रिटिकल मेडिकल डिवाइस और उन दवाइयों के नाम शामिल हैं जो काफी जरूरी होती है. लेकिन अब इस लिस्ट में दोबारा बदलाव किए जा रहे हैं और सैनिटरी नैपकिन, हैंशवाश, कीटाणुनाशक और वयस्क डायपर जैसी कुछ चीजो को जोड़ा जा रहा है. इस योजना के तहत सरकार कुछ हाइजिन प्रोडकट्स को हेल्थ सेंटर में फ्री में उपलब्ध कराएगी. इससे पहले हाल ही में सरकार ने 384 दवाइयों के दाम घटाए थे.
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टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक सरकार की तरफ से बनाई जा रही ये लिस्ट अगले 2 महीनों में जारी कर दी जाएगी. फिलहाल इसका काम आखिरी चरण में है. इस लिस्ट में शामिल चीजों को दो हिस्सों प्राइमरी और सेकेंडरी में बांटा जाएगा. प्राइमरी कैटेगरी में आने वाली चीजों की कीमतें नियंत्रण में लाई जाएंगी जबकि सैकेंडरी कैटेगरी में आऩे वाले प्रोडक्ट्स को उचित दामों में उपलब्ध कराने की कोशिश की जाएगी.
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इस लिस्ट के तैयार होने के बाद नीति आयोग की समिति इस बात पर फैसला लेगी कि ट्रेड मार्जिन पर कैप लगाया जाए या सीलिंग प्राइज पर एक सीमारेखा खीची जाए. वही एक अधिकारी का कहना है कि सैनिटरी नैपकिन जैसी जरूरी चीजों की कीमतों को नियंत्रण में लाने का सबसे बड़ा कारण है कि हर किसी के पास इस तरह की जरूरी चीजों की पहुंच हो ताकी लोग साफ-सफाई के प्रति जागरुक हो सकें.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो.