उन्नाव रेप और बर्न केस (Unnao Rape and Burn Case) की पीड़िता की शुक्रवार रात को मौत हो गई. इसके बाद अब दिल्ली महिला आयोग (DCW) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल (Swati Maliwal) ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि एक माह में ही आरोपियों को फांसी पर लटकाया जाए. रेप पीड़िताओं के लिए त्वरित न्याय की मांग को लेकर राजघाट (Rajghat) स्थित समता स्थल (Samta Sthal) पर अनशन पर बैठीं स्वाति मालीवाल ने कहा, मैं उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार से अपील करती हूं कि उन्नाव रेप मामले में बलात्कारियों को एक महीने के भीतर फांसी दी जाए.
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स्वाति मालीवाल ने न्यूज नेशन से बातचीत करते हुए कहा, बहादुर लड़की जलने के बाद भी एंबुलेंस को फोन करती है. अपने भाई से कहती है कि मुझे बचा लो. वह चाहती है कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले. वह जिंदगी के लिए लड़ती है. उसके साहस को शत-शत नमन.
स्वाति मालीवाल ने कहा, मैं अपील करना चाहती हूं कि जो पुलिस हमारे नेताओं की, उनके परिवारों की, वीवीआईपी की सुरक्षा में व्यस्त है, उसे देश की बेटियों की सुरक्षा में लगाई जानी चाहिए. तभी उन्हें समझ में आएगा कि असुरक्षित होना क्या होता है.
उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा, एक महीने में उन्नाव की बेटी के कातिलों को फांसी के फंदे पर चढ़ा देना चाहिए. मालीवाल ने यह भी कहा, मुझे राजस्थान, हैदराबाद और उन्नाव की बहनों से शक्ति और साहस मिलती है. आज मेरे अनशन का पांचवां दिन है. शरीर थक गया है पर मैं गीता पर विश्वास करती हूं. कर्म पर विश्वास करती हूं. मैं भी मरने के लिए तैयार हूं, लेकिन आमरण अनशन नहीं छोड़ूंगी.
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स्वाति मालीवाल बोलीं, केंद्र और राज्य सरकारें बेटियों की सुरक्षा के लिए, उनके उत्थान के लिए बड़ी-बड़ी बातें करती हैं पर सुरक्षा देने में नाकाम हैं. अगर समय पर उन्नाव की बेटी को सुरक्षा मिल गई होती तो ऐसी घटना ही नहीं होती.
इससे पहले तेलंगाना में महिला डॉक्टर से गैंगरेप और जलाने की घटना के बाद स्वाति मालीवाल जंतर- मंतर पर अनशन कर रही थीं, लेकिन बाद में स्वाति मालिवाल के अनशन स्थल का ट्रांसफर हो गया और वो राजघाट के समता स्थल पर अनशन कर रही हैं. दिल्ली पुलिस ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक, जंतर-मंतर पर 5 बजे के बाद धरना नहीं दिया जा सकता. इसलिए उनके अनशन स्थल का ट्रांसफर किया गया.
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स्वाति मालिवाल ने ट्वीट किया, 'दिल्ली पुलिस और पैरा-मिलिट्री के हज़ारों जवानों ने मेरा अनशन तुड़वाने की कोशिश की. हमें जंतर मंतर से हटाकर राजघाट लाया गया है. मेरा अनशन अभी भी जारी है. राजघाट से इस लड़ाई को अंजाम देंगे. मांग पूरी होने पर ही अनशन खत्म होगा.'
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो