गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने एक बार फिर आरक्षण आंदोलन को शुरू करने का प्रयास किया है।
सौराष्ट्र के मोटी मालवण गांव में आयोजित 'पाटीदार न्याय महापंचायत' में बीजेपी नेता परेश धनाणी के शामिल नहीं होने पर हार्दिक ने निशाना साधा।
हार्दिक ने निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी ने पाटीदारों को बांटने का काम किया है, पार्टी कोई भी हो पर समाज के नाते पाटीदार विधायक मेरे भाई हैं, जब समाज को जरूरत है तो उन्हें भी यहां आना चाहिए था।
हार्दिक ने महापंचायत के जरिए शनिवार रात जहां शक्ति प्रदर्शन किया, वहीं बीजेपी और कांग्रेस में आरक्षण आंदोलन के समर्थक विधायकों को भी टटोलने का प्रयास किया।
हार्दिक ने कहा, 'उनका परिवार अटल बिहारी वाजपेयी वाली बीजेपी के कार्यकर्ता थे, लेकिन अमित शाह वाली बीजेपी उन्हें मंजूर नहीं।'
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उन्होंने कहा कि कुछ पाटीदार नेता उन पर राजनीति करने का आरोप लगा रहे हैं जबकि आज तक उन्होंने किसी पार्टी की सदस्यता भी नहीं ली।
गौरतलब है कि महापंचायत के बुलावे को लेकर जीतू वाघाणी ने हार्दिक को पहचानने से इंकार कर दिया।
हार्दिक ने कहा कि पाटीदार समाज के लोग पर राजनीति करने का आरोप लगाते हैं वहीं अल्पेश ठाकोर व जिग्नेश मेवाणी के चुनाव लड़कर विधायक बन जाने पर किसी ने कुछ नहीं कहा।
उन्होंने कहा कि मेरा आंदोलन चावल और केरोसिन को लेकर नहीं है बल्कि युवाओं को शिक्षा और रोजगार में नौकरी दिलाने को लेकर है।
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Source : News Nation Bureau