'हलाल' और 'झटका' मीट को लेकर नई बहस छिड़ी हुई है. 'हलाल' को लेकर लेखक हरिंदर सिक्का का कहना है कि बिना आपकी जानकारी के आज रेस्टोरेंट, हवाई सेवाओं और ट्रेन में 'हलाल' मीट सप्लाई हो रहा है. आपको पता भी नहीं होता कि ये मीट 'हलाल' है या 'झटका'. पूरे पंजाब में आपको हलाल मीट लगेगा. हरिंदर सिक्का ने इसको लेकर कांग्रेस की पिछली सरकार पर भी हमला बोला है.
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उन्होंने कहा, 'कांग्रेस सरकार का ये हिन्दू-मुस्लिमों के साथ किया ऐसा धोखा है, जो किसी और देश में संभव नहीं है. कांग्रेस सरकार ने ऐसा कानून बनाया कि किसी को पता ही नहीं चलने दिया.' हरिंदर सिक्का ने कहा, 'क्या आप मुसलमानों को झटका खिला सकते है. वो आपकी दुकानें खड़े कर देंगे. एपेड़ा ने कानून ला दिया कि आप हलाल टैक्स बोर्ड को जजिया देंगे. औरंगजेब के समय जजिया कर आज भी इस टैक्स के रूप में दिया जा रहा है. ये कांग्रेस सरकार का किया धरा है. 110 हजार करोड़ हलाल टैक्स बोर्ड को जाता है.'
बेरोजगारी और मोनोपॉली को लेकर हरिंदर सिक्का ने कहा, 'हलाल के चलते ढेड़ करोड़ से ज्यादा लोग बेरोजगार हो गए हैं. हिंदू, सिख और खटीक समुदाय के लोग बेरोजगार हो रहे हैं. उन्हें एक तरह से फोर्स कर दिया कि या तो वो मुस्लिम बन जाए या रोजगार से हाथ खो बैठे. कोई होटल या रेस्टोरेंट क्यों नहीं साफ करता कि उन्हें क्या खिलाया जा रहा है. क्रिसमस से पहले केरल में क्रिशियन ने इस बात को लेकर विद्रोह किया है.' उन्होंने कहा कि कल टुकड़े टुकड़े गैंग सक्रिय हो जायेगे कि सेकुलर समाज पर हमला है.
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उन्होंने कहा, 'मोनोपॉली इस कदर है कि आज झटका ऑपरेटर बंद हो गया है या बंद होने के कगार पर है. एयर इंडिया, ट्रेन, सीआरपीएफ, होटल, रेस्टोरेंट सिर्फ हलाल को कॉन्ट्रेट दे रहे हैं.' हरिंदर ने कहा, 'आटा, चावल, दाल और वैक्सीन में हलाल कैसे आ गया. ये शरीयत लगाने का तरीका है. श्रीलंका ने बैन किया है. यूरोप कोर्ट ने इसे बैन किया है. हमें क्या दिक्कत है.'
उन्होंने कहा, 'हलाल टैक्स के रूप में करोड़ों रुपये जो कमाए जाते हैं, ये उनको बचाने के काम में आता है, जो आतंकवाद के आरोप में पकड़े जाते हैं, उन्हें कानूनी सहायता उपलब्ध कराते हैं.' हरिंदर सिक्का ने कहा कि जमीयत उलेमा ए हिन्द, जैसे वो ही संगठन है. जो आतंकी गतिविधियों में शामिल लोगों को कानूनी सहायता देते हैं.
Source : News Nation Bureau