केंद्रीय मंत्री और अकाली दल की नेता हरसिमरत कौर बादल ने दयाल सिंह कॉलेज का नाम वंदेमातरम रखने के फ़ैसले पर सख़्त नाराज़गी ज़ाहिर की है।
उन्होंने कहा ये फ़ैसला काफी हैरान करने वाला है। जो इस कॉलेज का नाम बदलना चाहते हैं उसे अपना नाम भी बदल लेना चाहिए।
हरसिमरत कौर ने कहा, 'यह बहुत ही हैरान करने वाला और अस्वीकार्य कदम है। वो शख्स जो इसका नाम बदलना चाहता है उसे अपना ही नाम बदल लेना चाहिए। वह अपनी सारी संपत्ति लगाकर जो भी बनाना चाहे बना सकता है और उसे जो नाम देना चाहे दे दे। आप कैसे किसी की विरासत को उससे छीन सकते हैं।'
हरसिमरत कौर ने आगे कहा, 'यहां तक कि पाकिस्तान ने भी सरदार दीन दयाल सिंह मजीठिया के योगदान को सराहा है और उनके नाम पर ही कॉलेज चला रहे हैं।'
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय के दयाल सिंह कॉलेज (सांध्य) का नाम बदलकर वंदे मातरम महाविद्यालय रखने का निर्णय लिया गया है।
पिछले कई महीनों से यह दिन में चलने वाले कॉलेज की तरह कार्य कर रहा था। दयाल सिंह कॉलेज के शासी निकाय के अध्यक्ष अमिताभ सिन्हा ने शनिवार को कहा कि यह फैसला भ्रांति दूर करने के लिए लिया गया है।
कॉलेज का नाम बदलने के लिए एक अधिसूचना 17 नवंबर को जारी की गई थी और इसे मंजूरी के लिए कुलपति के पास भेज दिया गया है।
कांग्रेस पार्टी की छात्र शाखा एनएसयूआई ने शासी निकाय के इस फैसले पर सवाल उठाया और शासी निकाय पर पंजाब के पहले स्वतंत्रता सेनानी सरदार दयाल सिंह मजीठिया की 'विरासत को अपमानित' करने का आरोप लगाया।