हरियाणा के सांसदों और विधायकों ने आज कृषि मंत्री से मुलाक़ात करके कृषि बिल को लागू रहने की बात का समर्थन करते हुए कहा कि इस बिल से छोटे किसानों को फायदा होगा इसलिए इसे रद्द बिल्कुल न किया जाए और कहा कि इस मुद्दे पर हम सरकार के साथ हैं. आपको बता दें कि ये बैठक करीब एक घंटे तक कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के दफ्तर कृषि भवन पर चली. किसान मोर्चा के अध्यक्ष ने न्यूज़ नेशन पर कहा बिल रद्द न किया जाए ये मांग सरकार से की है ऐसे में किसान संगठन भी इस बिल को लेकर दो भागों में बंटे हुए दिखाई दे रहे हैं.
आपको बता दें कि केवल किसान संगठन ही नहीं हरियाणा के सांसद और विधायक भी इस बैठक में शामिल थे जिन्होंने सरकार के साथ जाने का फैसला किया है. दिल्ली को पिछले 19 दिन से किसानों ने अपनी मांगों को लेकर हाइवे पर आवाजाही रोकी हुई है सरकार करीब 8 से 10 बार संगठनों के साथ बैठक कर चुकी है कुछ सरकार के बिल के समर्थन में भी दिखाई दिए.
राजनीतिक गुटों की लड़ाई बना किसान आंदोलनः बीजेपी
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसान आंदोलन किसानों की नहीं बल्कि राजनीतिक गुटों की लड़ाई हो गई है. आम आदमी पार्टी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के ट्विटर वार को देखिए. वो आपस में एक दूसरे से लड़ रहे हैं. ये किसानों के हित के लिए नहीं, आपस में सत्ता की लड़ाई लड़ रहे हैं.
केजरीवाल के समर्थन में उपवास पर बीजेपी ने साधा निशाना
पात्रा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा किसानों के समर्थन में उपवास करने पर निशाना साधते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी ने पंजाब विधानसभा चुनावों के अपने घोषणापत्र में एपीएमसी कानून में संशोधन का वादा किया था और इसी साल नवम्बर में दिल्ली में केंद्र के तीन कृषि कानूनों को अधिसूचित भी किया. उन्होंने कहा, ‘‘केजरीवाल जो हंगर स्ट्राइक कर रहे हैं वह नींबू पानी से खत्म होने वाला नहीं है. यह सत्ता की भूख है. यह कुर्सी से ही मिटती है.’’
Source : News Nation Bureau