क्या वाकई चीन ने छीनी है भारत की जमीन, क्या कहते हैं पुराने और नए रिकॉर्ड

19 जून को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक में अपनी टिप्पणी में कहा कि, न तो हमारे क्षेत्र में किसी ने घुसपैठ की है और न ही किसी ने उस पर कब्जा किया है.

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yogesh bhadauriya
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प्रतीकात्मक तस्वीर( Photo Credit : News Nation)

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चीन के साथ भारत के सीमावर्ती गतिरोध पर मोदी सरकार के दावे और बयान पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस और आलोचक अपनी प्रतिक्रया दे रहे हैं. 19 जून को, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक में अपनी टिप्पणी में कहा कि, न तो हमारे क्षेत्र में किसी ने घुसपैठ की है और न ही किसी ने उस पर कब्जा किया है.

आलोचना के जवाब में, प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने शनिवार दोपहर एक स्पष्टीकरण जारी किया, जिसमें कहा गया, LAC पर हमारी तरफ कोई भी चीनी उपस्थिति नहीं था. स्पष्टीकरण में यह भी कहा गया कि इसके अलावा 16 बिहार रेजिमेंट के सैनिकों ने अपना बलिदान देकर चीन के उस प्रयास को नाकाम कर दिया और जो उस दिन एलएसी पर चीन की तरफ से किया गया था.

कांग्रेस ने बोला हमला

अब युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्वीट किया है और सवाल किया है कि क्या हम लद्दाख में चीन में 5000 वर्ग किमी का हिस्सा खो चुके हैं. युवा कांग्रेस के प्रमुख श्रीनिवास बीवी ने एक ट्वीट में कहा कि, '11 मार्च 2020 को संसद में ऑन रिकॉर्ड बयान में, विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि 38,000 वर्ग किलोमीटर लद्दाख चीनी कब्जे में है. साथ ही, पीएम के बयान पर, पीएमओ द्वारा एक स्पष्टीकरण जारी किया गया और कहा गया कि लद्दाख का 43,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र चीन के नियंत्रण में है. उन्होंने सवालिया लहजे में पूंछा कि क्या हमने 5000 वर्ग किलोमीटर खो दिया है? '

इसके बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर एक और हमला बोला ये हमला पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की तरफ से था. मनमोहन सिंह ने लद्दाख में चीन के साथ गतिरोध पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया बयान को लेकर उनकी आलोचना करते हुए सोमवार को कहा कि मोदी को अपने बयान से चीन के षड्यंत्रकारी रुख को ताकत नहीं देनी चाहिए तथा सरकार के सभी अंगों को मिलकर मौजूदा चुनौती का सामना करना चाहिए. सिंह ने यह भी कहा कि भ्रामक प्रचार कभी भी कूटनीति एवं मजबूत नेतृत्व का विकल्प नहीं हो सकता तथा यह सुनिश्चित होना चाहिए कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाए. गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-चीन तनाव विषय पर शुक्रवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कहा था कि न कोई हमारे क्षेत्र में घुसा और न ही किसी ने हमारी चौकी पर कब्जा किया है.

Source : News Nation Bureau

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