ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने शुक्रवार को घोषित किया कि ईरान वीजा प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए तैयार है और आशा करता है कि भारत दोनों देशों के बीच लोगों के आवागमन को सुगम बनाएगा।
यह कहते हुए कि भारत और ईरान कई समानताओं को साझा करते हैं, उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत बनाने का आह्वान किया।
भारत की तीन दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन यहां मक्का मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद एकत्रित लोगों को संबोधित करते हुए रूहानी ने कहा कि तेल और गैस के स्रोतों से समृद्ध ईरान भारत की जरूरत को पूरा करने में मदद के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान, मध्य एशिया और यूरोप तक पारगमन को सुगम बनाने के लिए ईरान चाबहार बंदरगाह तक भारत की पहुंच को मंजूरी देने के लिए तैयार है।
रूहानी ने कहा कि ईरान और भारत औद्योगिक, कृषि, उन्नत प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग कर सकते हैं और दोनों देशों और क्षेत्र के पारस्परिक हितों में योगदान देने को लेकर कदम उठा सकते हैं।
और पढ़ें- PHOTOS: ईरान के राष्ट्रपति रूहानी ने शिया-सुन्नी एकता के लिए मक्का मस्जिद में अदा की नमाज
ईरानी राष्ट्रपति ने कहा कि क्षेत्र के हित में शांति को बढ़ावा देने के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करना चाहिए।
रूहानी ने मुसलमानों के बीच एकता कायम करने की जरूरत पर बल दिया और आरोप लगाया कि इस्लाम के दुश्मन उनके बीच मनमुटाव पैदा कर रहे हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि इराक और सीरिया में खूनखराबे का अंत करने को लेकर ईरान काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर मुस्लिम एकजुट होते तो अमेरिकी राष्ट्रपति (डोनाल्ड ट्रंप) जेरुसलम को इजरायल की राजधानी घोषित करने की हिम्मत नहीं करते।
रूहानी ने कहा, 'अगर हम एकजुट हैं तो यहूदी देश फिलिस्तीन के निर्दोष लोगों पर अत्याचार करने की जुर्रत नहीं कर सकता।'
ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी हैदराबाद के दो दिवसीय दौरे के बाद शुक्रवार को दिल्ली रवाना हो गए।
आंध्र प्रदेश व तेलंगाना के राज्यपाल ई.एस.एल. नरसिम्हन, तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री मोहम्मद महमूद अली और वरिष्ठ अधिकारियों ने शहर के बेगमपेट हवाईअड्डे से उन्हें विदा किया।
और पढ़ें- ED ने नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को 23 फरवरी को मुंबई ऑफ़िस में पेश होने के लिए भेजा समन
Source : IANS