हाथरस में दलित लड़की के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और मौत के मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की है और कहा कि वह आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें. मुख्यमंत्री ने इसकी जानकारी खुद ट्विटर के माध्यम से दी है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाथरस की घटना पर वार्ता की है और कहा है कि दोषियों के विरुद्घ कठोरतम कार्रवाई की जाए.
उधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया. एसआईटी को सात दिन में रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए गए हैं. साथ ही मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में किए जाने के निर्देश दिए. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हाथरस दुष्कर्म के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने ट्वीट किया, 'हाथरस में बालिका के साथ घटित दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दोषी कतई नहीं बचेंगे. प्रकरण की जांच हेतु विशेष जांच दल का गठन किया गया है. यह दल सात दिन में अपनी रिपोर्ट देगा. त्वरित न्याय सुनिश्चित करने हेतु इस प्रकरण का मुकदमा फोस्ट ट्रैक कोर्ट में चलेगा.'
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश के हाथरस में 14 सितंबर को चंदपा क्षेत्र में चार लोगों ने एक अनुसूचित जाति की लड़की का सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर गला दबाकर उसे मारने की कोशिश भी की, जिससे पीड़िता की जीभ चोटिल हो गई. पीड़िता का इलाज बीते रविवार तक अलीगढ़ में चला, लेकिन सोमवार (28 सितंबर) को उसे दिल्ली के सफ दरजंग अस्पताल लाया गया जहां पीड़िता ने मंगलवार को अंतिम सांस ली.
पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था, मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लव कुश और रवि नामक युवकों ने उसे अपनी हवस का शिकार बनाया था. विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला दबाया था. चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.