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Hathras Stampede: कहां फरार है भोले बाबा? दोषियों को बख्शेंगे नहीं CM योगी, अबतक उठाए 7 ताबड़तोड़ एक्शन

हाथरस हादसे को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ फैसले पर फैसले ले रहे हैं. उन्होंने अबतक मामले पर 7 ताबड़तोड़ एक्शन लिए हैं. उन्होंने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस बीच सबसे बड़ा सवाल ये है कि 'भोले बाबा' आखिर कहां फरार है?

Updated on: 03 Jul 2024, 05:35 PM

New Delhi:

Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ हादसे ने यूपी को नहीं पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत सत्ता पक्ष और विपक्ष के तमाम नेता घटना पर शोक जता चुके हैं. हादसे को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ फैसले पर फैसले ले रहे हैं. उन्होंने अबतक मामले पर 7 ताबड़तोड़ एक्शन लिए हैं. सीएम योगी ने कहा कि ये साजिश है या हादसा इसकी गहराई से जांच की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. इस सब के बीच सबसे बड़ा सवाल ये है कि नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा आखिर कहां फरार है? बता दें कि हाथरस हादसे में अबतक 121 लोगों की मौत हो चुकी है.

1 - हादसे की न्यायिक जांच का ऐलान

सीएम योगी ने हाथरस मामले पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. जिसमें उन्होंने हाथरस हादसे की न्यायिक जांच का ऐलान किया है, इसलिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज के निर्देशन में एक कमेटी का गठन किया जा रहा है, जो मामले की जांच करेगी. इससे पहले सीएम योगी ने हाथरस जांच का जिम्मा एडिशनल डीडी आगरा को सौंपा था. उन्होंने बताया कहा कि एडिशनल डीजी आगरा की अध्यक्षता में मंडलायुक्त अलीगढ़ को शामिल करते हुए एक टीम बनाकर उनको एक रिपोर्ट बनाने को कहा गया है.

2 - भोले बाबा की तलाश में यूपी पुलिस

सीएम योगी के निर्देशत मिलते ही यूपी पुलिस भी एक्शन में आ गई है. हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ बाद से ही नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा फरार है. पुलिस उनकी तलाश में मैनपुरी के बिछवां स्थित उनके राम कुटीर चैरिटेबल ट्रस्ट आश्रम पहुंची. पुलिस ने आश्रम में सर्च ऑपरेशन अभियान चलाया, लेकिन बाबा आश्रम में नहीं मिले. मैनपुरी के डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने कहा कि हमें परिसर के अंदर बाबा नहीं मिले. वह यहां नहीं हैं. अब पुलिस भोले बाबा की तलाश में जुटी हुई है. बताया जा रहा है कि पुलिस ने सत्संग के आयोजकों के खिलाफ भी FIR दर्ज कर ली है.

3 - दोषियों पर सख्त कार्रवाई का ऐलान

हाथरस भगदड़ मामले पर सीएम योगी ने साफ कर दिया है कि ये हादसा है या साजिश...  सरकार इसका पता लगाने के लिए तह तक जाएगी. उन्होंने न्यायिक जांच का ऐलान करते हुए कहा कि इस मामले में जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि दोषियों को बख्शेंगे नहीं. 

4 - हाथरस में हालातों का लिया जायजा

सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज सुबह हाथरस में हालात का जायजा लिया. इसके बाद सीएम योगी सरकारी अस्पताल में भगदड़ की घटना में घायलों से मुलाकात की. घायलों से उनका हालचाल जाना. उन्होंने घायलों के समुचित इलाज संबंध के बारे में जानकारी ली. सीएम योगी का कहना है कि इस कठिन समय में राज्य सरकार पीड़ितों और उनके परिवार के साथ खड़ी है. घायलों को इलाज मिले सरकार का इस पर पूरा फोकस है.

5 - मंत्रियों को घटना स्थल पर भेजा

हाथरस भगदड़ हादसे के बाद से ही सीएम योगी फुल एक्शन में हैं. उन्होंने घटना के तुरंत बाद पूरे प्रशासनिक अमले को हाथरस में राहत और बचाव कार्य में लगा दिया.

सीएम योगी का कहना है कि हाथरस की घटना बहुत गंभीर और दुखद है. प्रदेश के मुख्यसचिव और डीजीपी हाथरस में कैंप कर रहे हैं. प्रदेश सरकार के तीन मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, संदीप सिंह और असीम अरूण घटना स्थल पर ही डेरा डाले हुए हैं. पीड़ितों को हर संभव मदद मिले, इसके लिए पूरी कोशिशें की जा रही हैं. 

6- पीड़ितों के लिए मुआवजे का किया ऐलान

सीएम योगी ने पीड़ितों को मुआवज देने का अभी ऐलान किया है. उन्होंने बताया कि भारत सरकार और राज्य सरकार ने भी मृतकों को परिजनों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल नागरिकों के लिए सहायता की घोषणा की है. सीएम योगी ने साफ किया है कि घायलों को अच्छा और बेहतर इलाज मिले सरकार का पूरा फोकस इस पर है. पीड़ितों की हर संभव मदद की जा रही है.

साथ ही उन्होंने कहा, 'जो निर्दोष लोग हादसे का शिकार हुए हैं, उनके नाबालिग बच्चों की हम उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के अंतर्गत पढ़ाई की व्यवस्था राज्य सरकार से करवाएंगे.'

7.  विपक्ष पर किया करारा पलटवार  

हाथरस हादसे को लेकर सीएम योगी ने विपक्ष के आरोपों पर करारा पलटवार किया. सीएम योगी ने कहा कि ये वक्त सियासत करने का नहीं है. इस प्रकार की घटना पर पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बजाय राजनीति करना, ये अत्यंत दूर्भाग्यपूर्ण है और निंदनीय भी है. ये समय पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करने और उनके जख्मों पर मरहम  लगाने का है. सरकार इस मामले में संवेदनशील है और इस घटना के साजिशकर्ताओं और दोषियों को उचित सजा देगी.