प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस बार कांग्रेस को ऐसा झटका दिया है, जिससे कांग्रेस कभी उबर नहीं पाएगी. पिछली लोकसभा में जिन समितियों की अध्यक्षता कांग्रेस कर रही थी, इस बार वह ऐसा नहीं कर पाएगी. पिछली बार वित्त और विदेश मंत्रालय से जुड़ी स्टैंडिंग कमेटी की अध्यक्षता इस बार कांग्रेस को नहीं सौंपी गई है. 16वीं लोकसभा में कांग्रेस सांसद वीरप्पा मोइली वित्तीय मामलों पर बनी स्टैंडिंग कमेटी के अध्यक्ष थे तो शशि थरूर विदेश मामलों की स्टैंडिंग कमेटी के. इस बार हजारीबाग से बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा को वित्त जबकि पी पी चौधरी को विदेश मंत्रालय से जुड़ी समिति का अध्यक्ष बनाया गया है.
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लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से चुनाव जीतने वाले शशि थरूर को इस बार आईटी मंत्रालय से जुड़ी समितियों का अध्यक्ष बनाया गया है. आनंद शर्मा को गृह मंत्रालय से जुड़ी संसदीय समिति का अध्यक्ष बनाया गया है.
रक्षा मंत्रालय से जुड़ी संसदीय स्थायी समिति में बतौर सदस्य पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को शामिल किया गया है. पिछली लोकसभा में राहुल गांधी विदेश मंत्रालय से जुड़ी संसदीय समिति के सदस्य थे. बीजेपी सांसद जुएल ओरांव रक्षा मामलों पर बनी संसदीय समिति के अध्यक्ष होंगे.
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पिछली लोकसभा में टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ट्रांसपोर्ट, टूरिज्म और संस्कृति पर बनी संसदीय समिति के अध्यक्ष थे तो इस बारद हाल ही में टीडीपी से बीजेपी में आने वाले सांसद टीजी वेंकटेश को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है. ब्रायन को मानव संसाधन विकास पर बनी कमेटी का सदस्य बनाया गया है. कमेटी की अध्यक्षता बीजेपी सांसद सत्यनारायण जटिया करेंगे.
गौरतलब है कि स्टैंडिंग कमेटी की सदस्यता या अध्यक्षता की जिम्मेदारी सरकार की सिफारिश पर लोकसभा स्पीकर और राज्यसभा के चेयरमैन द्वारा सौंपी दी जाती है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो