स्वास्थ्य मंत्रालय राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग विधेयक की तर्ज पर एक कानून प्रस्तावित करने जा रही है। इसके अनुसार आयुर्वेद समेत सभी भारतीय चिकित्सा प्रणालियों का अभ्यास करने के लिए लाइसेंस लेने के इच्छुक मेडिकल स्नातकों को जल्द ही एक संयुक्त परीक्षा 'एक्जिट' को पास करना होगा।
स्वास्थय मंत्रालय ने इस बिल को मसौदे के रूप में तैयार कर लिया है।
इसके अनुसार होम्योपैथी और भारतीय चिकित्सा प्रणालियों में उच्च शिक्षा को संचालित करने वाले दो वैधानिक निकायों भारतीय चिकित्सा पद्धति और होम्योपैथी को बदल कर एक नए नियामक ‘राष्ट्रीय भारतीय औषधि एवं होम्योपैथी प्रणाली आयोग’ का गठन करना चाहते है।
आयुष मंत्रालय ने नीति आयोग से विमर्श कर प्रस्तावित विधयेक में 'इंटीग्रेटिव मेडिसिन' को शामिल करने की योजना बनाई है, जिससे आयुष की प्रैक्टिस करने वालों को आधुनिक औषधि प्रणालियों की प्रैक्टिस करने का मौका मिलेगा।
इन आधुनिक औषधि प्रणालियों की प्रैक्टिस करने के लिए उन्हें एक 'ब्रिज कोर्स' करना होगा।
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Source : News Nation Bureau