देश के उत्तरी और पहाड़ी राज्यों में भारी बारिश ने कहर बरपा रखा है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, बिहार, गुजरात, कर्नाटक में आज भी मूसलाधार बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग ने सोमवार को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश समेत 17 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है. इसके अलावा अगले 24 घंटे में उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पूर्वी राजस्थान, महाराष्ट्र के विदर्भ, बिहार, झारखंड, तटीय आंध्र, तेलंगाना, दक्षिणी कर्नाटक, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के कुछ इलाकों में भारी बारिश की आशंका है.
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में शनिवार रात अराकोट, माकुड़ी और तिकोची गांव में बादल फटने से करीब 25 मकान दब गए. मोरी तहसील में बादल फटने से 21 लोगों की जान गई. वहीं राजधानी दिल्ली बाढ़ के मुहाने पर खड़ी है. हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया 8 लाख क्यूसेक पानी दिल्ली के लोगों की जान आफत में डाल दिया है. दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर 205 मीटर पर बह रही है. पंजाब में ब्यास नदी उफान मार रही है. आइए जानें देश के विभिन्न हिस्सों में बारिश ने कितना कहर बरपाया है...
केरल में बाढ़ ने 121 जानें लीं
- मलप्पुरम के कवालप्पारा और वायनाड के पुथुमला में शवों का पता लगाने के लिए ग्राउंड पेनिट्रेटिंग रडार (जीपीआर) का इस्तेमाल किया जा रहा है जहां हुए भयंकर भूस्खलन ने दो गांवों का नामो-निशान मिटा दिया था.
- कुल 31 (मालापुरम में 21 और वायनाड में 7) लोगों को लापता होने की जानकारी है.
- करीब 12,761 घरों को आंशिक रुप से नुकसान पहुंचा है, जबकि 1,186 घरों को पूरी तरह से नुकसान पहुंचा है.
- अभी कुल 805 राहत शिविरों में कुल 1,29,517 लोग रह रहें हैं.
- केरल के कुल 13 जिले बाढ से प्रभावित हुए हैं.
कर्नाटक
- कर्नाटक में बारिश संबंधित घटनाओं में रविवार को मरने वालों की संख्या बढ़कर 76 हो गयी.
- 10 और लोगों के शव मिले जबकि 10 लोग अब भी लापता बताये जा रहे हैं.
- करीब 992 पशुओं की मौत हुई है. राज्य के 22 जिलों के 103 तालुका औऱ करीब 6.9 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि के फसल बर्बाद हुए है.
- करीब 75,317 भरों को नुकसान पहुंचा है. राज्य के उत्तरी, तटीय और मलनाड क्षेत्र बारिश, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
महाराष्ट्र
- महाराष्ट्र के पुणे मंडल में बाढ़ की वजह से मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 56 हो गयी.
- अगस्त के दूसरे सप्ताह में आयी बाढ़ के कारण सांगली और कोल्हापुर प्रशासनिक मंडल के अंतर्गत पड़ने वाले पांच जिले और सोलापुर, पुणे एवं सतारा खंड के अन्य जिले बुरी तरह प्रभावित हुए हैं.
- कुल 1519 घर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि 19,780 घर आंशिक रुप से क्षतिग्रस्त हुए हैं.
मध्य प्रदेश में मौत का आंकडा- 70
मंदसौर जिले में शिवना नदी ऊफान पर है. राज्य के मालवा निमाड़ इलाके में सामान्य से अधिक बारिश हुई है. सबसे ज्यादा बारिश मंदसौर और नीमच इलाके में हुई है.
उत्तराखंड में अब बाढ़-बारिश से मरने वालों का आंकड़ा 47 पहुंच गया है
उत्तरकाशी में बादल फटने से करीब 17 लोगों की मौत
- उत्तरकाशी में हिमाचल से सटे इलाकों में बादल फटने की घटना से रविवार तड़के पब्बर और टोंस नदी में आयी भीषण बाढ़ की चपेट में आकर आराकोट, मैजणी और माकुड़ी गांवों में 9 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई. जबकि एक शव हिमाचल से बहकर आया.
- क्षेत्र के अलग अलग गांवों में 15 लोग लापता हैं. टिकोची गांव में इंटर कॉलेज, अस्पताल, पटवारी चौकी ध्वस्त हो गई.
- मौसम विज्ञान केन्द्र के मुताबिक, अगले 24 घंटे में देहरादून समेत उत्तरकाशी, चमोदी, पिथौरागढ़, पौड़ी और नैनीताल में भारी से बहुत भारी हो सकती है.
चारधाम यात्रा रोकी, 161 सड़कें हुईं बंद
- देहरादून में लगातार हो रही बारिश के कारण चारधाम मार्ग समेत 161 मार्गों पर आवाजाही बंद हो गई. बारिश और भूस्खलन के कारण सड़कें खोलने के काम में बाधा उत्पन्न हो रही है.
- सड़कें बंद होने से चारधाम यात्रा रोक दी गई है. बद्रीनाथ के पास कंचनगंगा में हाइवे का 27 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया. इसके अलावा हाइवे कई स्थानों पर बंद होने से यात्रा रोक दी गई है.
- 12 सौ यात्रियों को बदरीनाथ में ही रुकने को कहा गया है. केदारनाथ हाइवे बांसवाड़ा में एक बार फिर बंद हो गया.
- रामबाड़ा में पैदल पुल के क्षतिग्रस्त हो जाने से फिलहाल यात्रा रोक दी गई है. गंगोत्री हाइवे बडे़थी और हर्षिल तथा यमुनोत्री हाइवे डबरकोट में बंद होने से यात्री गंगोत्री, यमुनोत्री नहीं जा पा रहे हैं.
- उत्तरकाशी क्षेत्र में ज्यादा बारिश की वजह से बड़ी संख्या में सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं. सड़कों को खोलने के लिए पूरे राज्य में 254 जेसीबी लगाई गई हैं.
- गंगोत्री हाइवे बडे़थी और हर्षिल तथा यमुनोत्री हाइवे डबरकोट में बंद होने से यात्री गंगोत्री, यमुनोत्री नहीं जा पा रहे हैं. इससे स्थानीय लोगों को भी परेशानी हो रही है.
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हिमाचल में 22 की मौत
- हिमाचल प्रदेश में बारिश जनित घटनाओं में दो नेपाली नागरिक समेत कम से कम 22 लोगों की मौत हो गयी जबकि नौ अन्य घायल हो गये.
- कुल 9 लोगों की मौत शिमला में हुई है. कुल्लु में 2, सिरमौर में 2 और चांबा में 2 लोगों की मौत हुई है. बिलासपुर और लाहौलस्फिती में 1-1 लोगों की मौत हुई है. सोलोन में 5 लोगों की मौत हुई है.
- शिमला में कुल 4 लोगो को लापता होने की सूचना है.
- करीब 100 लोगो को बाढ में फंसे होने की सूचना है.
- मनाली और कुल्लु में एन.एच-3 को आंशिक रुप से क्षतिग्रस्त होने की सूचना है.
- हिमाचल के केलांग और सिस्सू में 400 पर्यटक सड़क के बीच फंसे
- बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) के मुताबिक, भूस्खलन के कारण हिमाचल के केलांग और सिस्सू में लगभग 400 पर्यटक अभी भी सड़क के बीच फंसे हुए हैं.
- लगातार हो रही बारिश से इलाके की सड़कें बह गई हैं. सड़कों को दोबारा बनाने का काम चल रहा है.
यमुना के बढ़ते जलस्तर से दहशत में दिल्ली के लोग
- दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान को छू रही है.
- यमुना के रौद्र रूप से आस-पास के गांव में दहशत का माहौल है.
- हरियाणा में स्थित हथिनी कुंड बैराज (ताजेवाला) से रविवार शाम छह बजे 8,28,072 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ने से दिल्ली और नोएडा में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है.
- अधिकारियों के अनुसार, बैराज में 70,000 क्यूसेक तक के जलस्तर को सामान्य माना जाता है, जबकि 2.5 लाख क्यूसेक से ज्यादा को अत्यधिक बाढ़ माना जाता है.
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पंजाब
- पंजाब में भी तीन लोगों के मरने की खबर है. पंजाब के एक गांव में बारिश के कारण एक घर की छत ढह जाने से तीन लोगों की मौत हो गयी.
- ब्यास नदी में जलस्तर बढ़ जाने के कारण पंजाब के गुरदासपुर जिले के एक गांव में आयी बाढ़ के कारण फंसे हुए 11 लोगों को बाहर निकाला गया जिनमें चार महिलाएं भी शामिल थीं.
झारखंड में 24 घंटे में 156 मिमी बारिश, पांच डिग्री तापमान गिरा
- झारखंड के ऊपरी वायुमंडल में साइक्लोनिक सर्कुलेशन के असर से शहर में 24 घंटे में झमाझम बारिश हुई.
- 156.2 मिमी बारिश से तापमान में पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट आई.
- मौसम वैज्ञानिक आरएस शर्मा ने बताया कि साइक्लोनिक सर्कुलेशन से कोल्हान में निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया है.
- इसके प्रभाव से अगले 48 घंटे तक मध्यम दर्जे की बारिश के आसार हैं.
- 22 अगस्त तक बादल छाए रहेंगे. एक-दो बार हल्के से मध्यम बारिश होगी.
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राजस्थान
- 15 जून से बारिश जनित घटनाओं में 49 लोगों की मौत हो गयी.
- 500 लोगों को बारिश प्रभावित इलाकों से निकाला गया.
- राजस्थान में अब बाढ़ का पानी घट रहा है और राज्य में बाढ़ जैसी कहीं कोई स्थिति नहीं है
उत्तर प्रदेश में कई नदियां उफान पर
- केंद्रीय जल आयोग ने बताया कि उत्तर प्रदेश में गंगा, यमुना और घाघरा समेत कई नदियां उफान पर हैं.
- बदायूं, गढ़मुक्तेश्वर,नरौरा और फर्रुखाबाद में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
- पलियाकलां में शारदा नदी और एल्गिनब्रिज में घाघरा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.