दक्षिणी गुजरात और सौराष्ट्र में बारिश की वजह से हुए हादसों में एक स्कूल के बच्चे सहित दो लोग डूब गये। बाढ़ के चलते विभिन्न जिलों के 3500 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि जिला अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के लिए गांधीनगर से गिर सोमनाथ गये मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को वापस लौटना पड़ा, क्योंकि खराब मौसम के कारण हेलीकाप्टर केशोद हवाई पट्टी पर नहीं उतर सका।
बाद में उन्हें वायु सेना के विशेष हेलीकाप्टर से वापस भेजा गया।
दमकल विभाग के अधिकारियों ने बताया कि राजकोट जिले के भुपगात कस्बे के नजदीक कल रात बाढ़ के पानी में देवेंद्र चावड़ा (18) डूब गया। उसके शव की तलाश की जा रही है।
नंदेसरी पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि वड़ोदरा जिले में अनगढ़ गांव के करीब स्कूल से घर वापस लौटते वक्त रास्ते में पड़ने वाली मिनी नदी में संदीप राठौड़ (7) बह गया।
उन्होंने बताया कि यह घटना सोमवार की है और उसका शव मंगलवार को बरामद किया गया।
बाढ़ से सौराष्ट्र में गिर सोमनाथ के अलावा जूनागढ़, अमरेली, जामनगर और राजकोट जिले जबकि दक्षिण गुजरात में वलसाड और नवसारी जिले बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
राजकोट, गिर सोमनाथ और अमरेली जिलों में शिक्षण संस्थान आज भी बंद रहे। राहत एवं बचाव अभियान में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल की 20 टीमें स्थानीय अधिकारियों की मदद कर रही हैं।
अधिकारियों के अनुसार बाढ़ प्रभावित जिलों में 3500 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया और ऐहतियात के तौर पर 150 से अधिक सड़कों को बंद कर दिया गया है।
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नासिक में मूसलाधार बारिश जारी
नासिक और जिले के अन्य हिस्सों में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन बारिश जारी है जिसके कारण महाराष्ट्र सिंचाई विभाग को दो प्रमुख बांधों से नदियों में पानी छोड़ना पड़ा।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विभाग ने आज गंगापुर बांध से गोदावरी नदी में 9,302 क्यूसेक पानी छोड़ा। इसी तरह डर्णा बांध से डर्णा नदी में 10,600 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
गोदावरी नदी में जलस्तर बढ़ गया है। ऐसे में नदी के किनारे दुकान वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा। जल संग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण गंगापुर और डर्णा दोनों बांधों में उनके भंडारण क्षमता का 79 प्रतिशत तक पानी भर गया।
सूत्रों ने बताया कि गोदावरी और डर्णा नदियों के तटों पर रहने वाले लोगों को कहा गया है कि अगर बारिश जारी रहती है और जलस्तर बढ़ता है तो सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए तैयार रहना होगा।
मध्य प्रदेश के 70 फीसदी हिस्से में सामान्य से अधिक बारिश
मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में मानसूनी बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई है। राज्य के 51 जिलों में से जहां 19 जिलों में सामान्य से अधिक तो 16 में सामान्य बारिश दर्ज की गई है। वहीं 16 जिले ऐसे हैं जहां कम बारिश हुई है।
आधिकारिक तौर पर मंगलवार को दी गई जानकारी के अनुसार, राज्य में इस वर्ष मानसून में एक जून से 17 जुलाई तक 19 जिलों में सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है, तो 16 जिलों में सामान्य वर्षा दर्ज हुई है। कम वर्षा वाले जिलों की संख्या 16 है। सर्वाधिक वर्षा 509 मिलीमीटर सीहोर में और सबसे कम 97़5 मिलीमीटर ग्वालियर में दर्ज की गई है।
अब तक के बारिश के आंकड़ों के अनुसार छिंदवाड़ा, उमरिया, इंदौर, झाबुआ, बड़वानी, खंडवा, बुरहानपुर, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, आगर-मालवा, खरगोन, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, हरदा और देवास में सामान्य से अधिक वर्षा हुई है।
वहीं बालाघाट, दमोह, सिवनी, मंडला, नरसिंहपुर, सीधी, शहडोल, धार, मुरैना, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भोपाल, विदिशा, होशंगाबाद और बैतूल ऐसे जिले हैं, जहां सामान्य बारिश दर्ज की गई है।
इसके अलावा जबलपुर, कटनी, डिंडोरी, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सतना, सिंगरौली, श्योपुरकलां, अनूपपुर, अलीराजपुर, भिंड, ग्वालियर और दतिया वे जिले हैं, जहां सामान्य से कम बारिश हुई है।
उत्तर भारत में इस हफ्ते बने रहेंगे बारिश के आसार
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, पश्चिम उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में इस हफ्ते बारिश बारिश के आसार बने रहेंगे और 21 और 22 जुलाई को इलाके में बारिश की तीव्रता बढ़ने की उम्मीद पश्चिमी हिमालय में हल्की से मध्यम बारिश पूरे सप्ताह जारी रहेगी। एक दो स्थानों में भारी वर्षा हो सकती है।
मौसम पूर्वानुमानकर्ता स्काइमेट की रिपोर्ट के अनुसार, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों हल्की से मध्यम बारिश की उम्मीद है और एक दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। वहीं जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर राजस्थान, दिल्ली और पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी वर्षा की उम्मीद है।
दक्षिण गुजरात में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित होने से पश्चिमी तट पर बनी ट्रफ रेखा के कारण मुंबई में भारी बारिश दर्ज की गयी है और अगले 24 घंटों के दौरान, मुंबई सहित उत्तर कोंकण और गोवा में बारिश में कमी आएगी।
वहीं, दक्षिण कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल में मध्यम से भारी बारिश जारी रहेगी। उत्तरी तेलंगाना और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश पर अच्छी वर्षा की संभावना है। ओडिशा पर बने निम्न दबाव के क्षेत्र की वजह से दक्षिण मध्य प्रदेश, दक्षिण छत्तीसगढ़ और विदर्भ के कुछ हिस्सों में भारी बारिश होने की उम्मीद है।
वहीं दक्षिण पूर्व राजस्थान, गुजरात क्षेत्र, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है। एक दो स्थानों पर भारी वर्षा से इंकार नहीं किया जा सकता। इसी प्रणाली की वजह से ओडिशा पर भारी बारिश की उम्मीद है। जबकि, झारखंड और कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल पर बारिश हल्की से मध्यम के बीच रहेगी।
हालांकि, पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश में कमी की उम्मीद है। अरुणाचल प्रदेश पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र की वजह से उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम समेत पूर्वोत्तर राज्यों में हल्की से मध्यम वर्षा की उम्मीद है।
छत्तीसगढ़, विदर्भ और मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में 18 जुलाई तक मध्यम से भारी बारिश होगी। छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में 21 जुलाई को भारी बारिश की उम्मीद है। दक्षिण गुजरात, कोंकण और गोवा में मध्यम बारिश जारी रहेगी, एक दो स्थानों पर भारी वर्षा से इंकार नहीं किया जा सकता।
पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में 18 जुलाई तक बारिश जारी रहेगी। इस बीच, ओडिशा और झारखंड के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश होगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में बारिश 19 जुलाई से थोड़ी बढ़ सकती है और इसके बाद हल्की बारिश जारी रहेगी। पूर्वोत्तर राज्य में हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी। 22 जुलाई के आसपास गंगीय पश्चिम बंगाल में बारिश होगी।
तटीय कर्नाटक और केरल में पूरे सप्ताह मध्यम से भारी बारिश जारी रहने की उम्मीद है। रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु में बारिश बरकरार रहेगी। उत्तर आंतरिक कर्नाटक पर बारिश हो सकती है। उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में अगले 48 घंटों तक अच्छी बारिश होने की उम्मीद है।
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Source : News Nation Bureau