मानसून ने पूरे देश में दस्तक दे दी है. पूरा देश मानसून की बारिश में भीग गया है. असम में भारी बारिश के कारण बाढ़ आ गई है. असम में बाढ़ से 11.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं. बाढ़ के हालातों के कारण मणिपुर के स्कूल-कॉलेज बंद हो गए हैं. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया. उन्होंने कहा कि भोगौलिक स्थिति के कारण बाढ़ की स्थिति बन गई है. उन्होंने कहा कि चीन, भूटान और अरुणाचल प्रदेश में आई बारिश के कारण असम में बाढ़ आ गई है.
सरमा का कहना है कि बाढ़ की स्थिति राज्य सरकार के नियंत्रण में नहीं है. ब्रह्मापुत्र सहित प्रदेश की सभी नदियां उफान पर हैं. बारपेटा, दरांग, डिब्रूगढ़, जोरहाट, कछार, धेमाजी, गोलाघाट, कामरूप सहित सभी 28 राज्य बाढ़ से प्रभावित हैं. लखीमपुर जिले में सबसे अधिक 1.65 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं.
असम में बाढ़ से बुनियादी दांचों को नुकसान
बाढ़ के कारण असम के सड़कों, पुलों सहित अन्य बुनियादी ढांचों को नुकसान पहुंचा है. अब तक राज्य में बाढ़ से 48 लोगों की मौत हो चुकी है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और आपात सेवाओं के साथ साथ-साथ स्थानीय प्रशासन राहत-बचाव कार्य में जुटी है. वायुसेना की टीमें भी राहत बचाव कार्य में लगा हुआ है. 490 राहत शिविरों में 3 लाख से अधिक लोगों ने शरण ली हुई है. काजीरंगा नेशनल पार्क में बाढ़ का पानी बढ़ता जा रहा है. 167 वन्यजीव बाढ़ से जलमग्न हो गए हैं. आठ शिविरों को खाली कर दिया गया है.
अरुणाचल की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर
अरुणाचल प्रदेश की प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई हैं. नामसाई, लोहित, चांगलांग और पूर्वी सियांग जिला बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. बाढ़ ने राज्य के 60 हजार से अधिक लोगों को प्रभावित किया है. स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदियों और नालों से दूर रहें.
मणिपुर भी बाढ़ से प्रभावित
मणिपुर के इंफाल पश्चिम और इंफाल पूर्व जिले में बारिश से दो बांध टूट गए हैं. रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. भारत म्यांमार रोड का करीब तीन किलोमीटर हिस्सा पानी से भर गया है. एक हजार से अधिक लोग यहां प्रभावित हैं. राहत बचाव कार्य जारी है.
Source : News Nation Bureau