केरल में भारी बारिश, तटीय इलाके बुरी तरह प्रभावित

भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान तौकते के एक भीषण चक्रवाती तूफान में और तेज होने की संभावना है और इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 18 मई की सुबह तक गुजरात तट के पास पहुंचने की संभावना है.

author-image
Ritika Shree
New Update
Cyclone

Cyclone ( Photo Credit : न्यूज नेशन)

Advertisment

पिछले छह घंटों के दौरान उत्तर की ओर बढ़ते हुए द्वीपसमूह और उससे सटे दक्षिण-पूर्व पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर एक चक्रवाती तूफान (तौकते) में बदल गया है. केरल में तटीय क्षेत्रों को भारी नुकसान पहुंचा है. भले ही राज्य भर में भारी बारिश और समुद्र के हलचल होने के कारण कन्नूर से लगभग 290 किमी दूर दवाब है, लेकिन राज्य सरकार को लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए राज्य भर में कई शिविर खोलने के लिए मजबूर होना पड़ा है. भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान तौकते के एक भीषण चक्रवाती तूफान में और तेज होने की संभावना है और इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 18 मई की सुबह तक गुजरात तट के पास पहुंचने की संभावना है. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने चक्रवाती तूफान से उत्पन्न किसी भी आपदा का सामना करने के लिए राज्य की तैयारियों की जानकारी दी है. विजयन ने कहा, "भले ही, केरल चक्रवात के पूवार्नुमानित रास्ते में नहीं है, 16 मई तक राज्य में भारी बारिश, तेज हवाएं और तेज समुद्री झोंकों की उम्मीद है. हमें उन जिलों और आसपास के जिलों में अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए जहां मौसम विभाग ने रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और सभी से अधिकारियों के साथ सहयोग करने और जब भी कहा जाए तो शिविरों में जाने की अपील की."

भले ही अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन बारिश और समुद्र में पैदा हुई हलचल ने लोगों के सामने कठिनाइयां खड़ी कर दी है, जो पहले से ही कोविड महामारी से जूझ रहे हैं. समुद्री लहरों के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य की राजधानी, कोल्लम, अलाप्पुझा, एनार्कुलम, त्रिशूर, मलप्पुरम, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड के तटीय इलाकों में शामिल हैं. शुक्रवार की रात से तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण भारी संख्या में पेड़ उखड़ गए और लंबे समय तक बिजली आपूर्ति बाधित रही. कई जगहों पर शनिवार को आपूर्ति बहाल कर दी गई, जबकि कुछ जगहों पर आपूर्ति बहाल की जानी बाकी है. हालांकि, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने पहले ही इसकी जानकारी दे दी थी, और गुजरात और केरल के कई जिलों के लिए ऑरेंज और रेड अलर्ट भी जारी कर दिए गए थे. आईएमडी के अनुसार केरल में शनिवार, रविवार और सोमवार को अलग-अलग स्थानों पर बहुत ज्यादा बारिश होने की संभावना है.

HIGHLIGHTS

  • केरल में तटीय क्षेत्रों को भारी नुकसान पहुंचा है
  • राज्य भर में भारी बारिश और समुद्र के हलचल होने के कारण कन्नूर से लगभग 290 किमी दूर दवाब है

Source : IANS/News Nation Bureau

Advertisment
Advertisment
Advertisment