कैंसर को कर्मफल बताने वाले विवादित बयान पर असम के शिक्षा मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने माफी मांग ली है। उन्होंने कहा उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
उन्होंने कहा, 'मैं तो सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की भलाई के लिए शिक्षकों से यह कह रहा था कि वह विद्यार्थियों की अनदेखी न करें। इससे पाप लगेगा।'
उन्होंने कहा, 'कांग्रेस और मीडिया ने मेरे बयान को जिस तरह से पेश किया उससे कैंसर रोगियों को और उनके परिवार को कष्ट हुआ होगा।'
सरमा ने बुधवार को ट्वीट कर लिखा था, 'कुछ लोग कैंसर जैसी घातक बीमारियों से इसलिए ग्रस्त हैं, क्योंकि उन्होंने अतीत में पाप किये हैं और यह 'ईश्वर का न्याय' है।'
और पढ़ें: कैंसर पर असम के मंत्री की थ्योरी, कहा- 'पाप' की वजह से होता है रोग, यह है ईश्वर का न्याय
हेमंत बिस्व सरमा के विवादित बयान के बाद पूर्व वित्त मंत्री व कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने जवाबी ट्वीट कर उन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'असम के मंत्री शर्मा कहते हैं कि कैंसर पापों के लिए ईश्वर का इंसाफ है। व्यक्ति के दल बदलने से भी यही होता है।'
और पढ़ें: चिदंबरम का असम के मंत्री पर निशाना कहा- पार्टी बदलने से भी यही होता है
Source : News Nation Bureau