पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने भारत के कर्नाटक राज्य के एक शिक्षण संस्थान में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब पहनने पर प्रतिबंध लगाने के मामले की निंदा की है।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इस्लामाबाद में इंडियन चार्ज डी अफेयर्स सुरेश कुमार को तलब किया। मंत्रालय ने कर्नाटक में छात्राओं के हिजाब पहनकर शिक्षण संस्थान में एंट्री देने से रोके जाने पर निंदा करने के साथ ही चिंता जताई है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, चार्ज डी अफेयर्स से आग्रह किया गया है कि वे भारत सरकार को कर्नाटक में आरएसएस-बीजेपी गठबंधन द्वारा चलाए जा रहे हिजाब विरोधी अभियान पर पाकिस्तान की अत्यधिक चिंता से अवगत कराएं, जो कि अमानवीय उद्देश्य से अपने बड़े बहिष्करणवादी और बहुसंख्यकवादी एजेंडे का हिस्सा है और यह मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है।
जियो न्यूज ने मंत्रालय के हवाले से कहा कि भारतीय राजनयिक से कहा गया है कि फरवरी 2020 में हुए दिल्ली दंगों, जिसमें 50 निर्दोष मुसलमान मारे गए थे, के लगभग दो साल बाद भी मुसलमानों के खिलाफ धार्मिक असहिष्णुता, नकारात्मक रूढ़िवादिता और भेदभाव बेरोकटोक जारी है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत सरकार को भारत में मुस्लिम महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।
बयान के अनुसार, इस बात पर भी जोर दिया गया है कि भारत सरकार को कर्नाटक में महिलाओं के खिलाफ उत्पीड़न के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने और मुस्लिम महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त उपाय करने के लिए अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
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Source : IANS