हिमाचल प्रदेश पुलिस ने धर्मशाला में विधानसभा की बाहरी सीमा पर खालिस्तान के बैनर के देखे जाने के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी है और सभी अंतरराज्यीय सीमाओं को सील कर दिया है. राज्य पुलिस ने प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के जनरल काउंसल गुरपतवंत सिंह पन्नून के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है. एफआईआर में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) की धारा 13 को जोड़ा गया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने घटना को कायराना हरकत बताया है और कहा कि घटना की जांच जल्द की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. मैं उन लोगों से कहना चाहूंगा कि अगर आप में हिम्मत है तो रात के अंधेरे में नहीं बल्कि दिन के उजाले में बाहर आएं.
खालिस्तानी झंडे सामने आने के बाद हिमाचल प्रदेश पुलिस की ओर से एसआईटी गठित की गई है, जो मामले की जांच में जुटी है. हिमाचल पुलिस के अनुसार राज्य की आंतरिक सीमा को सील किया गया है और सभी जगह बेरिकेड्स लगा दिए गए हैं. अंतरराज्यीय सीमा पर आने वालों को चेकिंग के बाद ही सीमा में प्रवेश दिया जा रहा है. साथ ही बम निरोधक दस्ते को भी तैयार रहने के लिए कहा गया है. पुलिस की टीम राज्य में जगह-जगह गश्त कर रही है ताकि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि का तुरंत पता लग सके. इसके अलावा होटल्स पर भी नजर रखी जा रही है.
पुलिस महानिदेशक ने रविवार से फील्ड फॉर्मेशन को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए हैं, जबकि एडीजीपी (सीआईडी), आईजी और डीआईजी रेंज और जिला एसपी को सभी अंतरराज्यीय सीमाओं को सील करने और सख्ती बरतने का निर्देश दिया गया है. संभावित ठिकाने यानी होटल और सराय आदि के स्थानों पर निगरानी रखी जा रही है. उन्हें विशेष सुरक्षा इकाइयों, बम निरोधक दस्तों और त्वरित प्रतिक्रिया टीमों (क्यूआरटी) को हाई अलर्ट पर रखने और बांधों, रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों, कस्बों, सरकारी भवनों और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा को मजबूत करने का निर्देश दिया गया है.
HIGHLIGHTS
- जांच के बाद ही लोगों को राज्य में प्रवेश मिल रहा
- पुलिस हाई अलर्ट पर, होटलों और लॉज पर नजरें