असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को घोषणा की कि इस साल के लोकसभा चुनाव के बाद राहुल गांधी को गिरफ्तार किया जाएगा. कांग्रेस के दिग्गज नेता, जिनकी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' असम से गुजर रही है, राज्य में कथित तौर पर "हिंसा के अनियंत्रित कृत्यों" को भड़काने के लिए पुलिस मामले का सामना कर रहे हैं. सीएम सरमा ने कहा कि, ''हमने एक प्राथमिकी दर्ज की है. एक विशेष जांच दल (एसआईटी) जांच करेगी और राहुल को लोकसभा चुनाव के बाद गिरफ्तार किया जाएगा.''
गौरतलब है कि, सीएम सरमा इस दौरान सिबसागर जिले के नाजिरा में एक कार्यक्रम से शरीक होने पहुंचे थे, जहां उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनकी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर जमकर बयानबाजी की. बता दें कि, इस साल मई से पहले लोकसभा चुनाव होने की संभावना है.
असम पुलिस ने राहुल गांधी के खिलाफ FIR क्यों दर्ज की?
असम पुलिस ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान कथित हिंसा का स्वत: संज्ञान लिया और कई कांग्रेस नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की. पुलिस ने आपराधिक साजिश, गैरकानूनी सभा, दंगा, हमला या लोक सेवकों को उनके कर्तव्य का निर्वहन करने से रोकने के लिए आपराधिक बल, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और अन्य से संबंधित धाराएं लगाई हैं.
हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को भीड़ को बैरिकेड तोड़ने और गुवाहाटी में प्रवेश करने के लिए उकसाने के आरोप में गांधी के खिलाफ एफआईआर का आदेश दिया था. मारपीट के दौरान कई कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता और चार पुलिसकर्मी मामूली रूप से घायल हो गये.
असम सरकार ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कामरूप (ग्रामीण) जिले तक पहुंचने के लिए राजमार्ग लेने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने गुवाहाटी मार्ग लेने की कोशिश की. सोमवार को, सरमा ने गांधी से राम मंदिर उत्सव के कारण नागांव जिले में असमिया आइकन श्रीमंत शंकरदेव के जन्मस्थान का दौरा न करने के लिए कहा. गांधीजी को पत्र द्वारा मंदिर में जाने से रोक दिया गया.
Source : News Nation Bureau