संसद से सदस्यता जाने के बाद राहुल गांधी के निशाने पर केंद्र सरकार और बीजेपी है. अडानी मुद्दे को लेकर राहुल गांधी लगातार बीजेपी सरकार पर हमलावर हैं. ताजा मामला शनिवार को राहुल गांधी के ट्वीट का है. राहुल गांधी ने ट्वीट कर पूछा कि अडानी की कंपनियों में 20 हजार करोड़ बेनामी पैसे किसके हैं? राहुल के इस ट्वीट पर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पलटवार किया. उन्होंने कि हमने आपसे कभी नहीं पूछा कि बोफोर्स और नेशनल हेराल्ड घोटालों से मिले पैसे कहां छुपाए. अब आपसे कोर्ट में मिलते हैं.
दरअसल, राहुल गांधी ने शनिवार को एक ग्राफिक्स वाली तस्वीर ट्वीट की, इसमें उन्होंने अडानी समेत कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामने वाले नेताओं पर निशाना साधा है. इसमें गुलाम नबी आजाद, ज्योतिरादित्य सिंधिया, हिमंता बिस्व सरमा और अनिल एंटनी समेत कई नेता शामिल हैं. राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सच्चाई छुपाते हैं, इसलिए रोज़ भटकाते हैं!. सवाल वही है कि अडानी की कंपनियों में 20 हजार करोड़ बेनामी पैसे किसके हैं?
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अब हम कोर्ट में ही मिलेंगे- सरमा
राहुल गांधी के इस ट्वीट पर हिमंत बिस्वा सरमा ने तीखा पलटवार किया है. सरमा ने राहुल गांधी के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा कि यह हमारी शालीनता थी कि हमने आपसे कभी नहीं पूछा कि आपने बोफोर्स और नेशनल हेराल्ड घोटालों के पैसे को कहां छुपा रखा है और आपने कई बार ओतावियो क्वात्रोची को भारतीय कानून से बचने दिया. अब हम कोर्ट में ही मिलेंगे.
It was our decency to have never asked you, on where have you concealed the proceeds of crime from the Bofors and National Herald Scams.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) April 8, 2023
And how you allowed Ottavio
Quattrocchi to escape the clutches of Indian justice multiple times .
Any way we will meet in the Court of Law https://t.co/a9RGErUN1A
जयराम रमेश ने अडानी पर बोला हमला
कांग्रेस का दावा है कि अडानी की शैल कंपनियों में 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया गया है, लेकिन सरकार यह क्यों नहीं बता रही है कि यह मोटी रकम किसकी है. पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि गौतम अडाणी के संबंध चीनी नागरिकों के साथ हैं. वह चीनी कारोबारियों के साथ बिजनेस डिल करते हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है.
राहुल गांधी की संसद से गई सदस्यतता
बता दें कि 23 मार्च को सूरत कोर्ट ने राहुल को मोदी सरनेम को लेकर दो साल की सजा सुनाई थी. कोर्ट के फैसले के अगले ही दिन लोकसभा सचिवालय ने राहुल गांधी की संसद की सदस्यता अयोग्य करार दे दिया. संसदीय सदस्यता जाने के बाद राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस केंद्र और बीजेपी सरकार पर हमलावर है. 2019 में राहुल गांधी ने कर्नाटक में चुनावी रैली में मोदी सरनेम को लेकर विवादित टिप्पणी की थी.
HIGHLIGHTS
- कांग्रेस-बीजेपी के बीच ट्विटर वॉर
- राहुल गांधी के ट्वीट पर हिमंत बिस्वा सरमा ने किया री-ट्वीट
- राहुल गांधी ने बीजेपी पर साधा निशाना