अब बहुत जल्द आप गाजियाबाद के हिंडन एयर फोर्स स्टेशन से उड़ान भर सकते है. गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट से अब मार्च के पहले हफ्ते में वाणिज्यिक उड़ान को मंजूरी मिल गई है. मार्च के पहले हफ्ते से रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत हिंडन एयरबेस पर 80 सीटों वाले जहाज उड़ान भर सकेंगे. इसके साथ ही अब दिल्ली-एनसीआर के लोगों को आईजीआई के साथ हिंडन एयरबेस पर भी एयरपोर्ट की सुविधा मिलने लगेगी.
जानकारी के मुताबिक हिंडन से शुरुआती फ्लाइट्स 'उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) आरसीएस स्कीम के तहत उड़ान भरेंगी. इनमें से ज्यादातर फ्लाइट्स इंडिगो और कुछ दूसरे नए एयरलाइंस के होने की बात कही जा रही है.
बता दें कि 'उड़ान' (उड़े देश का आम नागरिक) रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम आरसीएस का लोकप्रिय ब्रांड नाम है. जिसके तहत एयरलाइनें 500 किलोमीटर की दूरी अथवा एक घंटे की अवधि वाली चुनिंदा उड़ानों में 50 फीसद सीटें मात्र 2500 रुपये के किफायती किराये पर उपलब्ध कराती हैं. सरकार इनमें होने वाले घाटे की भरपाई सब्सिडी (वायबिलिटी गैप फंडिंग-वीजीएफ) के माध्यम से करती है. अक्टूबर, 2016 में शुरू हुई यह स्कीम फिलहाल केवल डोमेस्टिक उड़ानों पर लागू है. अब तक स्कीम के दो चक्र पूरे हो चुके हैं. जिनके तहत सरकार साढ़े चार सौ से ज्यादा रूटों का निर्धारण कर चुकी है. अगले महीने तक इसका तीसरा चक्र शुरू करने की तैयारी है. हिंडन एयरबेस आईजीआई के विस्तार के तौर पर काम करेगा. आईजीआई के टर्मिनल 1 के चौथे रनवे विस्तार में अभी तीन से चार साल का वक्त और लग सकता है.