आज यानि की रविवार को देशभर में रंगों का पर्व होली (Holi 2021) मनाई जा रही है. हालांकि इस साल भी कोरोना (Coronavirus) ने होली के रंग को भंग कर दिया है. देश के प्रमुख शहरों में इस बार फिर होली के रंग की उमंग पर कोरोना का साया बना हुआ है. कोरोनावायरस संक्रमण के मामले फिर से बढ़ने के कारण देश की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई समेत उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के प्रमुख शहरों में भी लोग एहतियातन सार्वजनिक होली मिलन समारोहों पर पाबंदी है. जहां कहीं भी एहतियात बरतते हुए होली खेलने की मंजूरी दी गई, वहां भी लोग सार्वजनिक होली मिलन समारोहों से दूर रहने की कोशिश कर रहे हैं. खासतौर से दिल्ली-एनसीआर में लोगों ने अपने घरों में ही होली खेलने की योजना बनाई है.
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दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, हरियाणा समेत ज्यादातर राज्यों में सार्वजनिक स्थलों पर होली खेलने पर पाबंदी लगा दी गई है, जबकि कुछ राज्यों में होली खेलने के लिए प्रशासन से मंजूरी लेना आवश्यक है.
होली का महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार, होली फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है. होली (Holi) के दिन लोग एक-दूसरे को रंग, अबीर-गुलाल लगाते हैं और गले-शिकवे भुलाकर गले मिलते हैं. बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में होली का त्योहार मनाते हैं. पूरे देश में होली का त्योहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है. कई जगह होली को रंगपर्व और फगुआ के नाम से भी जाना जाता है. होली का पर्व दो दिनों तक मनाया जाता है.
होली के दिन इससे बचें
- होलिका दहन और दूसरे दिन घर में क्लेश से बचें.
- परिवार में प्रेम और शांति बनाए रखनी चाहिए. यह पर्व सपरिवार हर्षोल्लास से मनाना चाहिए.
- नशीली चीजों के सेवन से बचें. नशे की वजह से व्यक्ति की सोचने-समझने की शक्ति खत्म हो जाती है. ऐसी स्थिति में कई बार वाद-विवाद हो जाते हैं, जिससे परेशानियां बढ़ सकती हैं.
- माता-पिता का आशीर्वाद लेकर दिन की शुरुआत करें. वृद्ध लोगों का अनादर न करें. अपनी वजह से माता-पिता या कोई अन्य बुजुर्ग उदास न हो, इसका ख्याल रखें.
Source : News Nation Bureau