जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को खत्म करने की घोर निंदा करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर उनकी वर्तमान स्थिति के बारे में झूठ बोलने का आरोप लगाया. अब्दुल्ला ने अपने घर की छत से संवाददाताओं से कहा, "लोगों को कैद किया जा रहा है. (पूर्व मुख्यमंत्री) उमर अब्दुल्ला जेल में हैं. हम ग्रेनेड या पत्थर फेंकने वाले नहीं हैं. मेरा भारत सभी के लिए एक लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष भारत है. हम बदलाव के लिए शांतिपूर्ण संकल्प में विश्वास रखते हैं."
अनुच्छेद 370 को रद्द करने के केंद्र सरकार के फैसले पर उन्होंने कहा कि यह असंवैधानिक है. उन्होंने कहा, "यह मोदी सरकार की तानाशाही है. हम कभी भी अलग नहीं होना चाहते थे और न ही हम इस राष्ट्र से अलग होना चाहते हैं. हमारे सम्मान एवं गरिमा को मत छीनो. हम गुलाम नहीं हैं."
उन्होंने कहा, "यह लोकतांत्रिक प्रणाली न होकर तानाशाही है. मुझे नहीं पता कि कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया है. किसी को भी अंदर आने या बाहर जाने की अनुमति नहीं है. हम घर में नजरबंद हैं." अब्दुल्ला ने कहा कि उनके घर के दरवाजे बंद हो गए हैं और वह बाहर नहीं जा सकते. उन्होंने गृहमंत्री द्वारा दिए गए बयान पर कहा, "गृहमंत्री झूब बोल रहे हैं." दरअसल संसद में अमित शाह ने कहा था, "उन्हें हिरासत में या गिरफ्तार नहीं किया गया है और वह अपनी मर्जी से अपने घर पर हैं."
Source : आईएएनएस