केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए राज्यों से कहा कि जिन जगहों पर बेकाबू भीड़ दिखे वहां के बाजारों और दुकानों पर जुर्माना लगाया जाए और कानूनी कार्रवाई की जाए. प्रतिष्ठानों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. होटल, बार और रेस्टोरेंट पर ज्यादा सख्ती बरती जाए. केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि जब तक जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई नहीं होगी, हम कोरोना की तीसरी लहर को रोक पाने में अक्षम होंगे. स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि अभी भी देश में कोरोना की दूसरी लहर बनी हुई है. लोगों को इस बात का अंदाजा होना चाहिए कि यह खत्म नहीं हुई है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को सभी राज्यों को भेजी अपनी चिट्ठी में स्पष्ट किया है कि अगर पर्यटन स्थलों पर बाजार या अन्य जगहों पर ज्यादा भीड़ दिखी तो इसकी सीधे जिम्मेदारी वहां के स्थानीय प्रशासन की होगी. इसके लिए राज्य सरकार को पूरी तैयारी करनी होगी और इन इलाकों में ज्यादा से ज्यादा सख्ती बरतनी होगी. केंद्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक अगर लापरवाही ऐसी ही जारी रही तो इन राज्यों के पर्यटन स्थलों से लेकर बाजार और अन्य जगहों पर फिर से प्रतिबंध लगा दिए राज्य सरकारों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वह जिला स्तर पर अधिकारियों को इस बात के लिए निर्देशित करें कि बाजारों और पर्यटन स्थलों पर भीड़भाड़ ना हो और जो लोग आ रहे हैं वह प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं या नहीं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 19 जून को एक चिट्ठी लिखी और कहा कि देश में अब कोरोना के मामले कम हो रहे हैं, इसलिए लागू किए गए कड़े प्रतिबंधों में थोड़ी ढील दी जानी चाहिए. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उस चिट्ठी का संज्ञान लिया और पूरे देश में शिथिलता के आदेश दिए गए. धीरे-धीरे जनजीवन सामान्य हो इसके लिए राज्यों ने भी शिथिलता बरतनी शुरू की लेकिन लोग नहीं सुधरे. बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों और अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए एक कड़ा पत्र लिखा है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस पत्र में स्पष्ट कहा है कि अगर बाजारों में या अन्य पर्यटन स्थलों पर ज्यादा भीड़ दिखी, तो सब कुछ फिर से बंद कर दिया जाएगा. इसलिए राज्य अपने स्तर पर इन चीजों को सुधारें.
HIGHLIGHTS
- राज्य सरकार को पूरी तैयारी करनी होगी, इन इलाकों में ज्यादा से ज्यादा सख्ती बरतनी होगी
- अभी भी देश में कोरोना की दूसरी लहर बनी हुई है
- लोगों को इस बात का अंदाजा होना चाहिए कि यह खत्म नहीं हुई है.
Source : News Nation Bureau