गृह मंत्रालय ने बुधवार को ग्रीनपीस इंडिया और तीस्ता सीतलवाड के दो एनजीओ का एफसीआरए लाइसेंस रिन्यू करने के बाद उसे फिर रद्द कर दिया। तीन महीने पहले उनका रजिस्ट्रेशन पांच सालों के लिए गलती से रिन्यू हो गया था।
गृहमंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि ग्रीनपीस इंडिया, तीस्ता के एनजीओ सबरंग ट्रस्ट और सिटीजंस फॉर जस्टिस एंड पीस के एफसीआरए लाइसेंस के रिन्यू को तत्कालीन प्रभाव से रद्द किया जा रहा है।
मंत्रालय ने वर्तमान नियमों में संभावित गड़बड़ी को देखने के लिए 13000 एनजीओ के एफसीआरए लाइसेंस के रिन्यू की जांच करने के आदेश दिए है। ग्रीनपीस के लाइसेंस का रिन्यू होने का मतलब है कि यह बिना किसी रोक के फिर से विदेशी फंड ले सकता था।
इसके साथ ही गृहमंत्रालय ने सरकारी सॉफ्टवेयर हैंकिग की भी जांच करने के आदेश दिए है। क्योंकि ऐसे कई मामले सामने आये है जिसमें एनजीओं के लाइसेंस ऑटोमैटिकली रिन्यू हो गए।
दो महीने पहले भी गृहमंत्रालय को फजीहत का सामना करना पड़ा था जब जाकिर नाइक के एनजीओ इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन का लाइसेंस ऑटोमैटिक तरीके से रिन्यू हो गया था।
Source : News Nation Bureau