'हनी ट्रैप' मामले में एक और सेना अधिकारी को हिरासत में लिया गया है। सेना की काउंटर इंटेलिजेंस विंग ने लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के आर्मी अधिकारी को मध्य प्रदेश के जबलपुर से हिरासत में लिया है।
वह जबलपुर वर्कशॉप में तैनात थे। कथित तौर पर अधिकारी ने सोशल मीडिया के माध्यम से महिला से संपर्क में आए और उन्होंने गोपनीय सूचना दी।
इससे पहले 9 फरवरी को दिल्ली पुलिस ने वायुसेना के ग्रुप कैप्टन अरुण मारवाह को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसिस इंटेलिजेंस (आईएसआई) को गोपनीय सूचनाएं देने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
ग्रुप कैप्टन की गतिविधियां संदिग्ध पाए जाने के बाद 31 जनवरी को वायुसेना ने उन्हें जांच के लिए हिरासत में लिया था। वायुसेना ने मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस से संपर्क किया था।
पुलिस के मुताबिक, मारवाह (51) ने दो पाकिस्तानी एजेंटों से सूचना व दस्तावेज साझा किए हैं। एजेंट उनके साथ सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर महिला बनकर चैट कर रहे थे। उन्हें लुभाने के लिए फर्जी अकाउंट 'किरण रंधावा' व 'महिमा पटेल' के नाम से बनाया गया था।
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सेना के लिए सोशल मीडिया पर सक्रिय होने के लिए एक सख्त नियम है, जिसके तहत सैनिकों को अपनी पहचान, पद, तैनाती और अन्य पेशेवर विवरण साझा करने पर पाबंदी है। वर्दी में तस्वीर भी लगाने पर पाबंदी है।
दिसंबर 2015 में दिल्ली पुलिस ने एक बर्खास्त वायुसेना अधिकारी को पाकिस्तानी इंटर सर्विसिस इंटेलिजेंस (आईएसआई) द्वारा समर्थित जासूसों को कथित तौर पर सूचना साझा करने के लिए गिरफ्तार किया था।
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Source : News Nation Bureau