बजट (देश का बहीखाता) में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य रखा. वहीं एक दिन बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में बीजेपी के सदस्यता अभियान की शुरुआत करने के दौरान भी 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी की जरूरत पर जोर दिया. पीएम मोदी ने पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था अर्थ भी बताया. उन्होंने कहा कि दौड़ना ही न्यू इंडिया का सरोकार है. भारतीय अर्थव्यवस्था में पूरी संभावना है. हमारे सपने 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था से जुड़े हुए हैं.
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पीएम मोदी ने यह भी कहा कि जितना बड़ा केक होगा, उतना ही बड़ा हिस्सा लोगों को मिलेगा. इसलिए हमने देश को 5 ट्रिलियन बनाने का लक्ष्य रखा है. इस दौरान उन्होंने एक गुजराती कहावती भी सुनाई. इसका मतलब था कि कुएं में पानी होना चाहिए तभी सभी खेतों में पानी पहुंचेगी. परिवार में जितनी आमदनी होगी, उनमें समृद्धि का स्तर भी उतना ही ज्यादा होगा.
साथ ही आलोचकों को जवाब देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कुछ लोग हमारे इस लक्ष्य पर तंज कस रहे हैं, लेकिन उन्हें पता नहीं है कि युवा भारत में इसे हासिल करने की कूबत है. जब किसी देश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है तो लोगों में खरीदने की क्षमता बढ़ती है और इसी से रोजगार के अवसर बढ़ते हैं.
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किसानों की आय बढ़ाने के फार्मूले बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, सौर ऊर्जा प्लांट लगाने से किसान उपयोग करने के बाद जो बिजली बचेगी, उसे वह बेच सकेगा. समुद्र के भीतर जितने भी संसाधन हैं उनकी बजट में चर्चा की गई है. मछली का कारोबार बड़ा है. मछली पकड़ने वालों के लिए कई योजना बनाई है. मछली एक्सपोर्ट करने की दिशा में भी काम किया जा रहा है.
साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण पर भी विशेष जोर दिया. उन्होंने पानी की फिजूलखर्ची रोकने की अपील की. पानी की बर्बादी को रोकना हो चाहे वह घर या खेत में सिंचाई का काम हो. पानी की रिसाइकलिंग पर हमें काम करना होगा.
HIGHLIGHTS
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल संरक्षण पर भी विशेष जोर दिया
- पीएम मोदी ने पांच ट्रिलियन अर्थव्यवस्था अर्थ भी बताया
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के बहीखाते में इसका लक्ष्य रखा है