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Hathras Satsang Incident : 2.5 लाख भक्तों को संभालने के लिए बाबा के सिर्फ वॉलेंटियर्स...तो इसलिए हुआ इतना बड़ा हादसा?

आख़िर कैसे हुआ हाथरस में इतना बड़ा हादसा? लोगों के बीच ऐसा क्या हुआ कि अचानक भगदड़ मच गई? इस खबर में विस्तार से बताया गया है कि हादसा कैसे हुआ.

Updated on: 03 Jul 2024, 09:50 AM

नई दिल्ली:

Hathras Satsang Incident : यूपी के हाथरस में हुए सत्संग भगदड़ कांड में अब तक 122 लोगों की मौत हो गई है और 150 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. इस सत्संग में एक लाख से अधिक भक्तों ने भाग लिया था. इस घटना के बाद हर कोई ये जानने और समझने की कोशिश कर रहा है कि यह हादसा कैसे हुआ? तो आइए इस खबर में आपको विस्तार से बताते हैं कि इतना बड़ा हादसा कैसे हुआ? साथ ही इस घटना में मारे गए लोगों का जिम्मेदार कौन है? आखिर पुलिस से कहां चूक हुई? हाथरस के फुलरई गांव में भोले बाबा का एक दिवसीय भव्य सत्संग कार्यक्रम हुआ.

आखिर कैसे हुआ हादसा? 

 ये कार्यक्रम सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक था. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए 2.5 लाख से ज्यादा भक्त आए थे. बाबा का सत्संग कार्यक्रम तय समय पर शुरू हुआ और एक बजे समाप्त हुआ. कार्यक्रम समाप्त होने के बाद 1:30 बजे बाबा का काफिला सत्संग स्थल से मैनपुरी के लिए रवाना हो गया. जैसे ही बाबा का काफिला वहां से निकलने लगा, भक्तों की भीड़ उनके पैर छूने और चरण धूलि देने के लिए आगे बढ़ी.

इस दौरान भीड़ इतनी बेकाबू हो गई कि लोग एक दूसरे पर गिरने लगे. सत्संग की सुरक्षा में तैनात वॉलंटियर्स ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें कीं. जिसके बाद सड़क गीली हो गई और पानी की बौछारों ने कीचड़ का रूप ले लिया, जिससे लोग फिसलकर गिरने लगे.

लोगों को समझ में ही नहीं आया

स्थानीय लोगों के मुताबिक, जब बाबा सड़क पर निकले तो भक्तों की भीड़ अचानक बढ़ गई. वह उनके काफिले के पीछे चलीं. बता दें कि बाबा के लिए एक रास्ता बनाया गया था, जिस पर सिर्फ बाबा के काफिले को जाने का निर्देश दिया गया था और बाबा उसी रास्ते से निकले थे. इस दौरान भक्त उनके पैर छूने और धूल लेने की कोशिश करने लगे, जिसके बाद भीड़ अचानक बेकाबू हो गई और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे. देखते ही देखते ये हादसे में तब्दील हो गया. लोग समझ नहीं पाए कि क्या हो रहा है.

सुरक्षा की जिम्मेदारी वॉलंटियर्स पर

स्थानीय लोगों ने बताया कि यह घटना सत्संग स्थल पर नहीं हुई, यह घटना रास्ते में घटी. लोगों ने बताया कि हम सभी सुरक्षित बाहर आ गये लेकिन बाबा के रास्ते में यह हादसा हो गया. सबसे आश्चर्य की बात तो यह है कि इस सत्संग में एक लाख से भी ज्यादा लोग शामिल हुए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इतनी बड़ी भीड़ को संभालने के लिए भोले बाबा के वॉलेंटियर्स थे. यूपी पुलिस ने ये सत्संग वॉलंटियर्स पर छोड़ दिया था. इसमें कोई शक नहीं कि पुलिस की बड़ी लापरवाही देखने को मिली. एक लाख की भीड़ को वॉलंटियर्स पर छोड़ना बड़ी भूल थी.

आगरा जोन एडीजी अनुपम ने क्या कहा?

इस घटना के संबंध में आगरा जोन एडीजी अनुपम ने बताया कि सत्संग में शामलि महिलाएं भोले बाबा का चरण छूने के लिए आगे बढ़ीं और वहां शायद सड़क पर पानी था. कुछ महिलाएं उसी पर गिर गईं. उनके ऊपर फिर और लोग आकर गिर गए. ये भगदड़ का सीन क्रिएट हुआ और फिर ये हादसे में तब्दील हो गया.

सीएम योगी ने लिया एक्शन

उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए हादसे के बाद राज्य सरकार पूरी तरह से हाई अलर्ट पर है. इस घटना के बाद बाबा फरार हो गया है और सत्संग के 22 आयोजकों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार इस घटना में शामिल साजिशकर्ताओं को बेनकाब करेगी और जिम्मेदारों के ऊपर सख्त एक्शन लेगी, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. हम इसकी तह तक जाएंगे और जांच करेंगे कि यह हादसा कैसे हुआ.