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आखिर कैसे हुआ पाकिस्तान गरीबी का शिकार, जानिए इसके पीछे के अहम कारण

आख़िर पाकिस्तान ने कैसे ओढ़ी गरीबी की चादर? पाकिस्तान की हालत ऐसी हो गई है कि वह दुनिया भर के देशों से कर्ज के रूप में पैसे मांग रहा है. तो आइए जानते हैं कि पाकिस्तान ने ऐसा क्या किया कि वह अब बुरे दौर से गुजर रहा है

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Ravi Prashant
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How did Pakistan become poor

आख़िर कैसे कगार पर पहुंचा पाकिस्तान?( Photo Credit : SOCIAL MEDIA)

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वर्ष 1947 में भारत दो भागों में विभाजित हो गया. महान और अखंड भारत का सीना चीरकर एक नया देश पाकिस्तान बना दिया गया, जहां आबादी मुसलमानों की थी, यानी धर्म के नाम पर पाकिस्तान एक देश बना गया. लोकतंत्र की नींव रखकर भारत एक बड़ा और शक्तिशाली देश बन गया है. दोनों देशों की आजादी की बात करें तो लगभग 76 साल हो गए हैं लेकिन दोनों में एक अंतर है, दुनिया पाकिस्तान को आतंकवादी और गरीब देश के रूप में देखती है जबकि भारत को शक्तिशाली और सबसे ताकतवर देश के रूप में देखती है लेकिन सवाल ये है कि पाकिस्तान के साथ ऐसा क्यों हुआ कि आज पाकिस्तान में लोग आज आंटे के लिए मारपीट कर रहे हैं.

आख़िर पाकिस्तान ने कैसे ओढ़ी गरीबी की चादर? पाकिस्तान की हालत ऐसी हो गई है कि वह दुनिया भर के देशों से कर्ज के रूप में पैसे मांग रहा है. तो आइए जानते हैं कि पाकिस्तान ने ऐसा क्या किया कि वह अब बुरे दौर से गुजर रहा है

आख़िर पाकिस्तान की ऐसी हालत कैसे हो गई?

पाकिस्तान जैसे देश में आर्थिक असमानता की गहरी खाई है. अत्यधिक गरीबी के कारण आर्थिक असमानता भी काफी बढ़ गई है. विभिन्न वर्गों के बीच सामाजिक और आर्थिक असमानता विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में दिखाई देती है. ऐसे में गांव में इतनी गरीबी है कि हम सोच भी नहीं सकते. वहीं बात करें बेरोजगारी एक और महत्वपूर्ण कारण है जो पाकिस्तान में लगातार गरीबी को बढ़ाता गया. यदि लोगों को रोजगार की अच्छी सुविधा नहीं हो, तो उन्हें अपने आजीविका के लिए संघर्ष करना पड़ता है लेकिन पाकिस्तान में इस समय बेरोजगारी अपने चरम पर है.

शिक्षा से जुड़ा कोई अहम काम नहीं हुआ

इसके साथ ही शिक्षा की कमी के कारण पाकिस्तान की आज ऐसी दशा हो गई है. अच्छी शिक्षा का अभाव भी होने के कारण गरीबी ने अपना कहर बरपाया. अगर लोग ठीक से शिक्षित होते तो बाहर भी जाकर कुछ नौकरी कर सकते थे लेकिन वर्तमान की सरकार ने शिक्षा की दिशा में ऐसा कोई कार्य नहीं किया है, जिसे बड़े पैमाने पर बदलाव देखा जा सकें.

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सत्ता में नहीं हुआ कभी संतुलन

यदि हम जनसंख्या वृद्धि की बात करें तो अधिक जनसंख्या भी एक महत्वपूर्ण कारण है. अगर किसी समाज में जनसंख्या अधिक है और आर्थिक संसाधन सीमित हैं, तो गरीबी का स्तर बढ़ना तय है. आजादी के बाद से ही पाकिस्तान में राजनीतिक और सामाजिक संघर्ष जारी है. जिसके कारण पाकिस्तानियों को कभी स्थिर सरकार नहीं मिली, जिस वजह से कभी सेना ने शासन किया तो अचानक कभी सत्ता परिवर्तन हुआ. इतने राजनीतिक उथल-पुथल हुए कि आज भी पाकिस्तान में सत्ता संतुलन में नहीं है.

Source : News Nation Bureau

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