आपका CM कितना पढ़ा-लिखा?, जानें किसके पास कौन-सी डिग्री

अपने देश में नेताओं की डिग्रियों को लेकर सियासी पारा कितनी डिग्री चढ़ता रहता है, ये तो आप देखते ही होंगे. प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री को लेकर हुआ बवाल भी सबके सामने हैं. मोदी की डिग्री मामले में अरविंद केजरीवाल ऐसे उलझे हैं कि कोर्ट के चक्कर पर चक्कर

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Sunder Singh
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सांकेतिक तस्वीर( Photo Credit : News Nation)

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अपने देश में नेताओं की डिग्रियों को लेकर सियासी पारा कितनी डिग्री चढ़ता रहता है, ये तो आप देखते ही होंगे. प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री को लेकर हुआ बवाल भी सबके सामने हैं. मोदी की डिग्री मामले में अरविंद केजरीवाल ऐसे उलझे हैं कि कोर्ट के चक्कर पर चक्कर काट रहे हैं. हाल ही में अहमदाबाद कोर्ट ने उन्हें फिर से समन जारी किया है. बहरहाल, क्या आप जानते हैं कि हमारे देश में कौन सा मुख्यमंत्री सबसे ज्यादा पढ़ा-लिखा है. कौन सा सीएम ऐसा है, जिसने महज 11वीं पास करने के बाद पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी. आपको ये जानकर भी हैरानी होगी कि एक मुख्यमंत्री ऐसा भी है, जिसे 47 साल के बाद डिग्री मिली है. आइए आज बात करते हैं, देश के सभी मुख्यमंत्रियों की डिग्रियों के बारे में.

योगी आदित्यनाथ, सीएम उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. बीजेपी के फायरब्रांड नेता हैं. आजकल माफियाओं के एनकाउंटर को लेकर काफी चर्चा में हैं. योगी को राजनीतिक गुणा-भाग की जितनी अच्छी समझ है, उनकी गणित भी उतनी ही अच्छी रही है. आदित्यनाथ गणित से बीएससी पास हैं. योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है. उत्तराखंड के एक छोटे से गांव में पैदा हुए. उस समय वह उत्तर प्रदेश में ही आता था. शुरुआती पढ़ाई-लिखाई प्राथमिक विद्यालय ठंगर में हुई. उसके बाद गढ़वाल यूनिवर्सिटी से गणित में बीएससी किया. आपकी जानकारी के लिए बता दें, योगी महज 26 साल की उम्र में सांसद बन गए थे.

हिमंता बिस्वा सरमा, सीएम असम
तेजतर्रार मुख्यमंत्री की बात चली है तो एक और मुख्यमंत्री के बारे में जान लेते हैं, जो अक्सर अपने तीखे बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं. ये हैं असम के सीएम हिमंता बिस्व सरमा. सरमा ने गुवाहाटी यूनिवर्सिटी से दर्शनशात्र में PHD कर रखी है. इनके पास राजनीति विज्ञान में पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री भी है. LLB करके हाईकोर्ट में वकालत भी कर चुके हैं.

ममता बनर्जी, सीएम पश्चिम बंगाल
तेजतर्रार मुख्यमंत्रियों की बात हो और ममता बनर्जी का नाम न आए, ऐसा कैसे हो सकता है. बंगाल के लोग उन्हें ममता दीदी कहकर पुकारते हैं. राजनीति में मिसाल की तरह हैं. बंगाल में सीपीएम का 34 साल का शासन उखाड़ फेंका था. पढ़ाई की बात करें तो ममता ने इतिहास में बीए कर रखा है. कलकत्ता यूनिवर्सिटी से इस्लामी इतिहास में एमए और एलएलबी भी किया है.

भगवंत मान, सीएम पंजाब
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान. राजनीति में आने से पहले कॉमेडियन थे, ये तो सभी जानते हैं. आपने भी उनके चुटकुलों पर ठहाके लगाए होंगे. पढ़ाई की बात करें तो वह तीन स्कूलों में पढ़े हैं. छठवी तक सतोज के स्कूल में, 9वीं तक संगरूर के तोलावल गांव में और फिर 12वीं तक संगरूर के चीमा में. बीकॉम करने के लिए सूनम के गवर्नमेंट कॉलेज में दाखिला लिया, पहली साल की पढ़ाई भी कर ली, लेकिन फिर कॉलेज छोड़ दिया. भगवंत मान ने कई फिल्मों में भी काम किया है.

एम के स्टालिन, सीएम तमिलनाडु
एम के स्टालिन तमिलनाडु के मुख्यमंत्री हैं. डीएमके के कद्दावर नेता रहे एम करुणानिधि के बेटे हैं. इनका नाम स्टालिन रखने की कहानी भी रोचक है. 1953 में इनके जन्म से चार दिन पहले ही बड़े सोवियत नेता जोसेफ स्टालिन का निधन हो गया था. करुणानिधि शोकसभा को संबोधित कर रहे थे, उसी दौरान उन्होंने अपने बेटे का नाम स्टालिन रखने का फैसला कर लिया. स्टालिन की एजुकेशन के बारे में बताएं तो इन्होंने चेन्नई के प्रेसिडेंसी कॉलेज से हिस्ट्री में डिग्री ली है. 2009 में अन्ना यूनिवर्सिटी ने उन्हें ऑनरेरी डॉक्टरेट की उपाधि भी दी थी.

नीतीश कुमार, सीएम बिहार
नीतीश कुमार. बिहार के मुख्यमंत्री. कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे. तमाम उथलपुथल के बीच बिहार की सत्ता को साधकर चल रहे हैं. इन्होंने शुरुआती पढ़ाई अपने गांव बख्तियारपुर से की थी. उसके बाद 1972 में बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रिकल में बी.टेक किया. इस कॉलेज का नाम अब एनआईटी पटना हो गया है.

शिवराज सिंह चौहान, सीएम मध्य प्रदेश
मामा के नाम से मशहूर शिवराज सिंह चौहान ने फिलॉसपी में एमए कर रखा है. भोपाल की बरकतुल्ला यूनिवर्सिटी के गोल्ड मेडलिस्ट हैं. स्कूली जीवन से ही राजनीति में उतर आए थे. 1975 में मॉडल स्कूल में स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट चुने गए थे. 1990 में बुधनी से विधानसभा पहुंचे. सांसद भी रहे. 2005 में पहली बार मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे थे.

अरविंद केजरीवाल, सीएम दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अक्सर खबरों में छाए रहते हैं. कभी अच्छी तो कभी बुरी. अपनी पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा भी दिलवा चुके हैं. ये तो शायद आप जानते होंगे कि उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजिनियरिंग में बीटेक की डिग्री ली है. शुरुआती पढ़ाई के बारे में बताएं तो 9वीं और 10वीं की पढ़ाई हिसार के कैंपस स्कूल से की. 12वीं हिसार के डीएन कॉलेज से पास की है.

मनोहर लाल खट्टर, सीएम हरियाणा
मनोहर लाल. हरियाणा में तीन लाल के परिवारों को किनारे करके सत्ता में जगह बनाई है. हाल ही में उन्हें डिग्री प्रदान की गई है. 47 साल के बाद वह डिग्रीधारी बने हैं. वह डीयू के ओपन स्कूल के छात्र रहे हैं. 1972 में उन्होंने स्नातक किया था. अब जाकर डिग्री मिली है. खट्टर आरएसएस के प्रचारक भी रह चुके हैं.

एकनाथ शिंदे, सीएम महाराष्ट्र
आपको शायद नहीं पता होगा कि महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे एक जमाने में ऑटो रिक्शा चलाया करते थे. उन्होंने 11वीं तक की पढ़ाई ठाणे के मंगला हाईस्कूल में की. उसके बाद परिवार की मजबूरियों के चलते पढ़ाई छोड़ दी. फिर कई साल बाद जाकर यशवंत राव चव्हाण ओपन यूनिवर्सिटी में दाखिला लिया और बीए की डिग्री हासिल की. अब वह एमए कर रहे हैं.

अशोक गहलोत, सीएम राजस्थान
क्या आप जानते हैं कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पिता एक जादूगर थे. बहरहाल, अशोक गहलोत की एजुकेशन की बात करें तो उनके पास साइंस में ग्रैजुएशन की डिग्री है. इकनोमिक्स से एमए किया है. लॉ की डिग्री भी ले रखी है.

कॉनराड संगमा, सीएम मेघालय
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा बड़े हाई-फाई पढ़ाकू रहे हैं. दिल्ली के नामी सेंट कोलंबस स्कूल में पढ़े. उसके बाद अमेरिका चले गए. वहां पेंसिलवेनिया यूनिवर्सिटी के प्रसिद्ध व्हार्टन स्कूल से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की बैचलर डिग्री ली. फिर लंदन गए और वहां इंपीरियल कॉलेज से फाइनैंस में एमबीए किया. अब सीएम बनकर सत्ता संभाल रहे हैं.

वाई एस जगनमोहन रेड्डी, सीएम आन्ध्र प्रदेश
आन्ध्र प्रदेश के सीएम वाई एस जगनमोहन रेड्डी. इनके पिता वाईएस राजशेखर रेड्डी बेहद लोकप्रिय मुख्यमंत्री रहे हैं. ये कितने लोकप्रिय थे, इसका अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि हवाई दुर्घटना में वाईएसआर के निधन के बाद आंध्र प्रदेश में 120 से ज्यादा लोगों ने जान दे दी थी या सदमे में मर गए थे. खैर, जगनमोहन रेड्डी की एजुकेशन की बात करें तो उन्होंने निजाम कॉलेज से ग्रैजुएशन किया है. उनके पास बीकॉम की डिग्री है. एमबीए भी कर रखा है.

पुष्कर सिंह धामी, सीएम उत्तराखंड
पुष्कर सिंह धामी 2021 से उत्तराखंड के सीएम हैं. धामी का जन्म कुमाऊनी हिंदू परिवार में हुआ. शुरूआती पढ़ाई पिथौरागढ़ के गांव टुंडी में हुई. उसके बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी से एचआर और इंडस्ट्रियल रिलेशन में ग्रेजुएशन किया. वहीं से एलएलबी भी की. उन्होंने पब्लिश एडमिनिस्ट्रेश में डिप्लोमा भी कर रखा है.

नवीन पटनायक, सीएम ओडिशा
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक देहरादून के प्रतिष्ठित दून स्कूल में पढ़े हैं. वहां संजय गांधी उनके क्लासमेट थे. राजीव गांधी उनसे तीन साल सीनियर थे. नवीन पटनायक ने डीयू के किरोड़ीमल कॉलेज से बैचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री ली है. नवीन पटनायक के नाम ओडिशा के सबसे लंबे तक सीएम रहने का रिकॉर्ड भी है.

बसवराज बोम्मई, सीएम कर्नाटक
कर्नाटक में इन दिनों चुनाव की गहमागहमी है. 13 मई को नए मुख्यमंत्री का नाम सामने आ सकता है. हालांकि फिलहाल बसवराज बोम्मई सीएम की कुर्सी पर हैं. एजुकेशन की बात करें तो बोम्मई ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की डिग्री ली है. पुणे में टाटा मोटर्स में काम भी किया है.

पिनराई विजयन, सीएम केरल
पिनराई विजयन सबसे पढ़े-लिखे राज्य केरल के मुख्यमंत्री हैं. सीएम की वेबसाइट के मुताबिक, विजयन ने इकोनोमिक्स में बैचलर डिग्री ली है. हालांकि इनकी डिग्री पर विवाद भी रहा है. 2021 में दाखिल चुनावी हलफनामा में विजयन को 12वीं पास बताया गया था. वहीं 2016 के चुनावी हलफनामे में उन्हें अंडर ग्रेजुएट बताया गया था.

भूपेंद्र भाई पटेल, सीएम गुजरात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गृह राज्य गुजरात. बहुत अहम राज्य है. यहां के 17वें मुख्यमंत्री हैं भूपेंद्र पटेल. पटेल साहब सिविल इंजीनियर और बिल्डर रहे हैं. उन्होंने अहमदाबाद के गवर्नमेंट पॉलीटेक्निक से सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा ले रखा है.

प्रमोद सावंत, सीएम गोवा
गोवा, घूमने के लिए अच्छी जगह है. प्रमोद सावंत वहां 2019 से मुख्यमंत्री हैं. पेशे से आयुर्वेद के डॉक्टर रहे हैं. पुणे से सोशल वर्क में मास्टर डिग्री भी ली है. उसके बाद उन्होंने कोल्हापुर से आयुर्वेद में बैचलर डिग्री ली थी.

भूपेश बघेल, सीएम छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यूथ कांग्रेस से राजनीति की सीढ़ियां चढ़े हैं. कांग्रेस पार्टी के ओबीसी चेहरे हैं. किसान परिवार से आते हैं. पढ़ाई लिखाई की बात करें तो बघेल ने रायपुर के पंडित रविशंकर शुक्ला यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की है. उसके बाद पोस्ट ग्रैजुएशन की डिग्री भी ली है.

हेमन्त सोरेन, सीएम झारखंड
झारंखड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाईस्कूल और इंटर की पढ़ाई पटना से की थी. चुनाव आयोग में दाखिल हलफनामा बताता है कि सोरेन ने रांची के बीआईटी मेसरा में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया था, हालांकि पारिवारिक कारणों से पढ़ाई बीच में छोड़ दी.

के. चंद्रशेखर राव, सीएम तेलंगाना
के चंद्रशेखर राव केसीआर के नाम से फेमस हैं. इन्होंने हैदराबाद के उस्मानिया यूनिवर्सिटी से तेलुगू साहित्य में एमए की डिग्री ली है. केसीआर पिछले कुछ समय से राष्ट्रीय राजनीति में जगह बनाने की जुगाड़ कर रहे हैं. पिछले साल अपनी पार्टी टीआरएस यानी तेलंगाना राष्ट्र समिति का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति भी कर चुके हैं.

सुखविंदर सुक्खू, सीएम हिमाचल प्रदेश
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू कांग्रेस से चार बार विधायक रहे हैं. उनके पिता हिमाचल परिवहन में ड्राइवर थे. सुक्खू की पढ़ाई लिखाई की बात करें तो उन्होंने वकालत की डिग्री ले रखी है. स्कूली पढ़ाई उन्होंने छोटा शिमला से की थी. उसके बाद सनौली से ग्रैजुएशन किया.

ज़ोरामथंगा, सीएम मिज़ोरम
मिज़ोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरामथंगा ने 1961 में मैट्रिक पास कर ली थी. उस समय मणिपुर में उच्च शिक्षा की अच्छी व्यवस्था नहीं थी. परिवार के पास इतना पैसा नहीं था कि बाहर पढ़ने भेज सकें. बाद में उन्होंने एक स्कूल में पढ़ाना शुरू किया. फिर इंफाल के प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में दाखिला लिया. उसके बाद इंग्लिश ऑनर्स में बीए किया.

एन बीरेन सिंह, सीएम मणिपुर
मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह सियासत में आने से पहले फुटबॉलर और पत्रकार थे. बीएसएफ में रहते हुए कई प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लिया. उन्होंने मणिपुर यूनिवर्सिटी से बीए की डिग्री ली है. 2002 से वह लगातार विधानसभा में रहे हैं. 2018 में उपराष्ट्रपति के हाथों उन्हें चैंपियंस ऑफ चेंज का पुरस्कार भी मिल चुका है.  

माणिक साहा, सीएम त्रिपुरा
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा पेशे से दांतों के डॉक्टर रहे हैं. उन्होंने पटना के गवर्नमेंट डेंटल कॉलेज से बीडीएस की डिग्री ली. उसके बाद लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज से एमडीएस यानी मास्टर ऑफर डेंटल सर्जरी की डिग्री हासिल की. राजनीति में आने से पहले वह त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में पढ़ाया करते थे.  

नेफियू रियो, सीएम नागालैंड
नेफियू रियो के नाम नागालैंड के सबसे लंबे समय तक सीएम रहने का रिकॉर्ड दर्ज है. उनकी शुरुआती पढ़ाई लिखाई कोहिमा और पुरुलिया के स्कूलों में हुई. वह दार्जिलिंग के सेंट स्टीफंस कॉलेज भी गए, और बाद में कोहिमा आर्ट्स कॉलेज से ग्रेजुएशन किया.

पेमा खांडू, सीएम अरुणाचल प्रदेश
पेमा खांडू जब अरुणाचल के सीएम बने थे, तब उनकी उम्र महज 37 साल थी. भारत के किसी भी पूर्ण राज्य के सबसे कम उम्र में मुख्यमंत्री बनने का खिताब उनके नाम है. इनके पिता दोरजी खांडू भी सीएम रहे हैं. इनकी पढ़ाई लिखाई की बात करें तो ग्रेजुएट हैं. इन्होंने अपनी डिग्री दिल्ली विश्वविद्यालय से ली थी।

प्रेम सिंह तमांग, सीएम सिक्किम
सिक्किम के सीएम प्रेम सिंह तमांग के बारे में बताएं तो उन्होंने नॉर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है. ग्रेजुएशन के बाद सरकारी स्कूल में टीचिंग भी की है.  

एन रंगासामी, सीएम पुडुचेरी
पुडुचेरी के सीएम देश के पहले ऐसे नेता हैं, जो अपनी अलग पार्टी बनाने के महज तीन महीने के अंदर ही सीएम की कुर्सी पर बैठ गए थे. वह चौथी बार पुडुचेरी के सीएम की गद्दी संभाल रहे हैं. पढ़ाई की बात करें तो रंगासामी ने कॉमर्स में बैचलर डिग्री ली है. पुडुचेरी के आंबेडकर लॉ कॉलेज से एलएलबी भी कर रखा है.

नोट: मनोज शर्मा की रिपोर्ट 

Source : News Nation Bureau

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