न्यूज नेशन पर रात नौ बजे समय होता 'खोज खबर' का, जिसमें वरिष्ठ पत्रकार दीपक चौरसिया ने मौलाना साद के कितने गुनाह?, कहां छिपा है कोरोना फैलाने वाली जमात का आका, कैसे ईडी के रडार पर आया मौलाना मुद्दे पर चैनल पर आए मेहमानों के साथ चर्चा की. इस बहस में सामाजिक कार्यकर्ता बिलाल खान, दिल्ली के पूर्व डीसीपी एलएन राय, तबलीगी जमात के सदस्य मुजबिर रहमान, दिल्ली के पूर्व एसीपी वेद भूषण, राजनीतिक विश्लेषक संगीत रागी और उलेमा काउंसिल मौलाना नदीमुद्दीन ने हिस्सा लिया है.
मौलाना नदीमुद्दीन ने कहा किलाखों मजदूर एक साथ रह रहे हैं तो उनका कोरोना टेस्ट क्यों नहीं हुआ. देश का कानून कोई भी तोड़े उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. हम तबलीगी जमात की तरफदारी नहीं कर रहे, लेकिन पहले कोरोना के खिलाफ लड़ना है. इसके बाद संगीत रागी ने कहा कि मौलाना साद के बच्चों को गिरफ्तार करना चाहिए, ताकि आरोपी का सुराग लग सके. तबलीगी जमात वाले कोरोना वायरस को चलता फिरता बम की तरह प्रयोग कर रहे हैं.
संगीत रागी ने आगे कहा कि तबलीगी जमात वाले आखिर क्या कर रहे हैं, उनकी क्या सोच है. तबलीगी जमात तालिबानी सोच पर काम कर रही है. मुजबिर रहमान ने कहा कि मौलाना साद से पहले दूसरे उन लोगों पर एनएसए लगना चाहिए, जिन्होंने कानून तोड़ा है. जो 70 प्रतिशत लोग कोरोना पॉजिटिव हैं उन पर एनएसए क्यों नहीं.
दिल्ली के पूर्व डीसीपी एलएन राय ने कहा कि मौलाना साद पर एनएसए लगना चाहिए. तबलीगी जमात वाले अपराधी हैं जो डॉक्टर पर हमला कर रहे हैं. वहीं, बिलाल खान ने कहा कि आखिर डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए हमारी सरकार क्या कर रही है. मौलाना साद ने कोई सोची-समझी साजिश नहीं है. दिल्ली के पूर्व एसीपी वेद भूषण ने कहा कि मौलाना साद के खिलाफ अभी तो परतें खुलनी हुईं, ये बच नहीं पाएंगे.
Source : News Nation Bureau