तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में महिला वेटनरी डॉक्टर 'दिशा' के साथ हुए गैंगरेप के सभी चारों आरोपियों को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. चारों आरोपियों के शवों को पिछले 2 सप्ताह से कोर्ट के आदेश पर गांधी अस्पताल में सुरक्षित रखा गया है. चारों आरोपियों का एक बर पोस्टमार्टम किया जा चुका है. कई सप्ताह से रखे इन शव में अब सड़न पैदा होने लगी है. अस्पताल के डॉक्टर भी पहले ही कह चुके हैं कि वह शवों को अब और ज्यादा दिनों तक नहीं रख सकते. अब के खराब होने का खतरा पैदा होने लगा है. इस मामले में हाईकोर्ट ने 9 दिसंबर को चारों आरोपियों के शव को सुरक्षित रखने का फैसला दिया था. इसके बाद से भी शव को आरोपियों के परिजनों को नहीं सौंपा जा सका है.
दो दिन पहले ही अस्पताल प्रशासन ने अब इस मामले में अदालत से गुहार लगाई थी कि वह जल्द से जल्द निर्देश दें ताकि आगे की कार्यवाही पूरी की जा सके. फॉरेंसिक अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल सभी शव अभी तक ठीक हैं, लेकिन इनके लिए समयसीमा तय की जानी चाहिए कि इन्हें कब तक और कैसे रखना है. हैदराबाद एनकाउंटर मामले की जांच विशेष जांच दल भी कर रहा है.
6 दिसंबर को हुआ था एनकाउंटर
वेटनरी डॉक्टर दिशा के साथ गैंगरेप और हत्या मामले के चारों आरोपियों का उस समय एनकाउंटर हो गया जब पुलिस उन्हें सीन रीक्रिएट करने मौके पर ले गई थी. सुबह करीब 6 बजे के आसपास एनकाउंटर में मार गिराया था. पुलिस मामले में सबूत इकट्ठा करने के लिए सभी आरोपियों को उसी जगह लेकर गई थी, जहां उन्होंने महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था. पुलिस का कहना था कि आरोपी पुलिस की पिस्टल छीनकर भाग रहे थे. आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग भी की जिसके बाद पुलिस ने उन्हें ढेर कर दिया. इस एनकाउंटर पर सवाल भी उठे. अब यह मामला कोर्ट में है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो