राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारियों ने आईएसआईएस के एक संदिग्ध आतंकवादी को बेंगलुरू से गिरफ्तार किया है।
संदिग्ध आतंकवादी की पहचान जोहैब मन्ना के रूप में हुई है और उसे बुधवार को गिरफ्तार किया गया।
एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, साल 2020 से ही उस आरोपी की तलाश की जा रही थी। आरोपी आईएसआईएस और आईएसआईएल जैसे आतंकी संगठनों के संपर्क में रहा है।
जोहैब मन्ना कथित तौर पर भोले-भाले युवकों का ब्रेनवॉश करता था और उन्हें आतंकवादी संगठनों में भर्ती करता था, खासकर आईएसआईएस में। उसने कुरान स*++++++++++++++++++++++++++++र्*ल नाम से एक ग्रुप बनाया था और युवाओं को हथियार उठाने के लिए उकसाता था।
आरोपियों ने मासूम युवकों के दिमाग में जहर घोलने के लिए सीरिया की हिंसक तस्वीरें और वीडियो दिखाए थे। उसने भारत से कई युवकों को तुर्की के रास्ते सीरिया भेजा है।
एनआईए ने भारत में आईएसआईएस के लिए धन जुटाने के आरोप में बेंगलुरु में चावल व्यापारी इरफान नासिर, तमिलनाडु के एक बैंक कर्मचारी अहमद अब्दुल खादर और एक डॉक्टर मोहम्मद तौकीर महबूब को गिरफ्तार किया था।
सभी आरोपी इस आतंकी समूह से ताल्लुक रखते हैं और तभी से एनआईए के रडार पर हैं। जांच से पता चला कि आरोपियों को भारत में राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए फंडिंग की गई थी।
आरोपी सीरियाई आईएसआईएस आतंकवादियों के संपर्क में थे। धार्मिक प्रवचनों के बहाने बेंगलुरु के युवाओं, छात्रों और पेशेवरों को आतंकवाद की ओर ले गए। आरोपियों ने भारत से युवाओं के सात जत्थे को सीरिया भेजा है।
एनआईए जांच से पता चला है कि आतंकी ने शहर के बाहरी इलाके में डेरा डाला और सऊदी अरब से मिल रहे निर्देशों के अनुसार काम किया। समूह ने भारत में एक मजबूत आईएसआईएस आतंकवादी संगठन बनाने की योजना बनाई थी।
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Source : IANS