पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव की जयंती के अवसर पर सोमवार को उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया. प्रतिमा का अनावरण तेलंगाना के राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने नेकलेस रोड पर किया. राज्यपाल ने नेकलेस रोड का नाम बदलकर पीवी नरसिम्हा राव मार्ग करने वाली पट्टिका का भी अनावरण किया. तेलंगाना राज्य के सांस्कृतिक विभाग द्वारा 16 फीट ऊंची कांस्य प्रतिमा स्थापित की गई है. दो टन वजनी प्रतिमा को 27 लाख रुपये की लागत से तैयार किया गया है. जन्म शताब्दी समारोह के समापन समारोह के हिस्से के रूप में अनावरण किया गया था.
इस अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने दिवंगत नेता को भावभीनी श्रद्धांजलि दी. हुसैन सागर झील के किनारे नेकलेस रोड पर नरसिंह राव की समाधि पीवी ज्ञान भूमि के पास प्रतिमा स्थापित की गई है. यह राव की सात कांस्य प्रतिमाओं में से एक है जिसे शताब्दी समारोह के हिस्से के रूप में स्थापित करने की योजना है. बाद में पीवी ज्ञान भूमि में समापन समारोह को संबोधित करते हुए पीवी नरसिम्हा राव शताब्दी समारोह समिति के अध्यक्ष के.
केशव राव ने कहा कि दिवंगत नेता की प्रतिमाएं छह जिलों में स्थापित की जा रही हैं. नई दिल्ली में भी एक प्रतिमा स्थापित की जाएगी. उन्होंने कहा कि जल्द ही तेलंगाना विधानसभा में एक तस्वीर का अनावरण किया जाएगा. नरसिम्हा राव के जन्मस्थान वंगारा में एक पार्क और मिनी संग्रहालय स्थापित किया जा रहा है. पीवी ज्ञान भूमि पर स्मारक और संग्रहालय भी बनेगा. उन्होंने कहा कि कानूनी बाधाओं को दूर करने के लिए प्रासंगिक नियमों में कुछ संशोधन किए जाएंगे.
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि भारत सरकार ने नरसिम्हा राव पर एक स्मारक डाक टिकट तैयार कर विभिन्न राज्यों को भेजा है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इसे जल्द ही आधिकारिक तौर पर जारी कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही केंद्र से संसद में नरसिम्हा राव की एक प्रतिमा और एक चित्र स्थापित करने और हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय का नाम बदलकर नरसिम्हा राव केंद्रीय विश्वविद्यालय करने का अनुरोध कर चुकी है.
आपको बता दें कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव का जन्म 28 जून 1921 को वर्तमान तेलंगाना के लेकनेपल्ली में हुआ था. वह देश के 10वें प्रधानमंत्री बने. पीवी नरसिम्हा राव के राज में ही देश में परमाणु बम और मिसाइलों पर भारत ने काम करना शुरू किया था. पीवी नरसिम्हा राव के शासन में ही पंजाब आतंकवाद का खात्मा हुआ था.
Source : IANS/News Nation Bureau