समझौता, मालेगांव और मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में जमानत मिलने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेता स्वामी असीमानंद शुक्रवार को जेल से बाहर आये।
वह पिछले सात साल से जेल में बंद थे। उन्हें हैदराबाद की चंचलगुड़ा सेंट्रल जेल से शुक्रवार को छोड़ा गया।
23 मार्च को मक्का मस्जिद ब्लास्ट मामले में जमानत मिलने के बाद असीमानंद को औपचारिकताएं पूरी करने के बाद रिहा किया गया। इससे पहले आरएसएस नेता को अजमेर ब्लास्ट केस में भी बरी कर दिया गया था।
असीमानंद 2007 के समाझौता एक्सप्रेस विस्फोट की साजिश रचने के भी आरोपी हैं। इस आतंकी घटना में 68 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकांश पाकिस्तानी थे।
वहीं उत्तरी महाराष्ट्र के नासिक जिले में स्थित मुस्लिम बहुल शहर मालेगांव में 29 सितंबर 2008 को हुए विस्फोट में सात लोग मारे गए थे। इस मामले में असीमानंद को पहले ही जमानत मिल चुकी है।
असीमानंद को 2007 अजमेर शरीफ विस्फोट मामले में 'संदेह का लाभ' देते हुए रिहा किया गया था। इस धमाके में तीन लोगों की मौत हो गई थी और कम से कम 15 अन्य घायल हुए थे।
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Source : News Nation Bureau