1942 में जब देश में भारत छोड़ो आंदोलन चल रहा था तब, अटल बिहारी वाजपेई ने शपथ पत्र देकर दो स्वतंत्रता सेनानियों की शिनाख्त की थी. जिसके बाद अंग्रेजों के द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. अगर बीजेपी इतिहास की बात करती है तो पहले अपने नेताओं (के देशद्रोह) के इतिहास को देखे. मेरे पास इस एफिडेविट की कॉपी मौजूद है, जिसे मैंने राज्यसभा में भी रखा था.
शहीद राजीव पर राजनीति बंद करें मोदी
उनकी जान को खतरा था इसलिए सेना थी साथ राजीव गांधी देश के लिए शहीद हुए ,राजीव गांधी की सुरक्षा को खतरा था, अपने प्रधान मंत्री को सुरक्षा देना सेना की जिम्मेवारी है, ऐसे शहीद इंसान पर राजनीति करना बंद कर दें नरेंद्र मोदी.
देश में मची है महाभारत, परिवार नहीं विचार महत्वपूर्ण
देश में महाभारत जैसे हालात है ,खुद प्रियंका ने कहा है कि जनता फैसला करेगी कि दुर्योधन कौन है. कांग्रेस पार्टी के लिए परिवार से महत्वपूर्ण विचार है. इसी के तहत सुल्तानपुर में प्रियंका गांधी मेनका गांधी के खिलाफ रोड शो कर रही है. गौरतलब है कि 2014 में सुल्तानपुर से प्रत्याशी वरुण गांधी ने परिवार का हवाला देते हुए अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ प्रचार से इनकार कर दिया था. अमेठी और सुल्तानपुर करीबी जिले हैं.
प्रियंका की चुनौती कुबूल है पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सरकार के कामों की बात नहीं करते, जीएसटी और नोटबंदी की बात नहीं करते, इतिहास के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं, जबकि प्रियंका ने उन्हें अपनी रिपोर्ट कार्ड के नाम पर चुनाव लड़ने की चुनौती दी है.
बीजेपी के लिए राम आस्था नहीं राजनीति के लिए है
उत्तर प्रदेश हो या पश्चिम बंगाल बीजेपी राम के नाम पर राजनीति करना जानती है, अगर राम के नाम पर आस्था होती तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या जाकर रामलला के दर्शन करते हैं. बीजेपी वाले जिस तरीके से जय श्रीराम के नारे लगाते हैं वह भी अपने आप में अलग प्रतीक है.
Source : Rahul Dabas