प्रशांत किशोर इस समय कांग्रेस को चुस्त दुरुस्त करने में लगे थे. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी बैठक भी हुई. संगठन को सक्रिय करने और चुनावी सफलता के लिए उन्होंने कांग्रेस को एक मसौदा भी बना कर दिया. कहा तो यहां तक जा रहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की इच्छा थी कि वह पार्टी ज्वॉइन कर लें और पूरी तरह से कांग्रेस के लिए काम करें. सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर के सामने शर्त रखी थी कि वह किसी और राजनीतिक दल के लिए काम नहीं करेंगे और पूरी तरह से कांग्रेस के लिए समर्पित रहेंगे.
प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने के कयास कयास ही साबित हुए और कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं के बीच प्रशांत किशोर की कंपनी IPAC ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखऱ राव की पार्टी के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन कर लिया है. राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पीके की कंपनी केसीआर का साथ देगी. बता दें कि शनिवार से ही प्रशांत किशोर ने हैदराबाद में केसीआर के आधिकारिक निवास में डेरा डाल रखा है.
कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं के बीच केसीआर के साथ यह समझौते बेहद अहम माना जा रहा है. उधर कांग्रेस के साथ तीन बैठकों में प्रशांत किशोर ने अपना प्लान बताया और पार्टी को फैसला करने के लिए 2 मई तक का वक्त दिया है. सोमवार को कांग्रेस के बड़े नेताओं की बैठक में इसपर फाइनल फैसला लिया जा सकता है.
यह भी पढ़ें : अखिलेश यादव का बड़ा बयान- आजम खान की कानूनी मदद करेगी सपा
प्रशांत किशोर के प्रस्ताओं की समीक्षा करने के लिए सोनिया गांधी ने एक अलग टीम बनाई है. टीम चाहती है कि प्रशांत किशोर किसी और दल से ताल्लुक न रखें और अपना पूरा समय कांग्रेस पार्टी को दें. प्रशांत किशोर ने आधिकारिक रूप से आईपैक से पूरी तरह अलग हो गए हैं. वह पहले आईपैक के सारे फैसले खुद लिया करते थे. सूत्रों का कहना है कि प्रशांत किशोर ने कांग्रेस को सलाह दी है कि 2024 के चुनाव में पार्टी केवल 370 उम्मीदवार उतारे. इसके अलावा वह केसीआर और ममता बनर्जी की पार्टी का साथ ले.